पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य पुलिस से उनके सुरक्षा घेरे में कटौती करने की बात कही है। चन्नी के मुख्यमंत्री बनते ही उन्हें कई कार और सुरक्षा के लिए 1000 जवानों का दस्ता दिया गया है। जिसके बाद वे खुद को ‘कैद’ में महसूस कर रहे हैं।
सीएम चन्नी ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने राज्य पुलिस को उनके सुरक्षा घेरे में कटौती करने को कहा है क्योंकि उनकी सुरक्षा में कई लोगों को तैनात रखना “संसाधनों की बर्बादी” है। उनकी जान के खतरे के जोखिम को खारिज करते हुए चन्नी ने कहा कि वह एक ”आम आदमी” हैं और ”हर पंजाबी के भाई हैं।”
एक बयान के मुताबिक, कपूरथला के आई के गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय में अपने संबोधन के दौरान चन्नी ने कहा, “मैं आप लोगों में से ही एक हूं और मुझे अपने ही भाइयों से खुद की सुरक्षा के लिए 1,000 सुरक्षाकर्मियों की जरूरत नहीं है।”
चन्नी ने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद उन्हें यह जानकार आश्चर्य हुआ कि उनकी सुरक्षा के लिए 1,000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इसे ”सरकारी संसाधनों की सरासर बर्बादी” करार देते हुए उन्होंने कहा कि ” इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि मेरे अपने पंजाबी मुझे क्या हानि पहुंचा सकते हैं जबकि मैं भी उनकी तरह एक आम आदमी हूं।”
उन्होंने कहा, ”वीआईपी होने का क्या फायदा। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैं खुद को कोस रहा था। मुझे भारी भीड़ ने एस्कॉर्ट किया। मैंने अधिकारियों से काफी सिक्योरिटी को कम करने के लिए कहा, क्योंकि मैं एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं। मुझे कौन मारेगा।”
चन्नी ने पूछा कि बस मुझे बताओ कि मुझे मारने से क्या मिलेगा। क्या आप जानते हैं कि मेरा सुरक्षा कवच कितना बड़ा है? मुझे 200 वाहन दिए गए हैं। कुछ वाहन एक कमरे की तरह बड़े थे। शिरोमणि अकाली दल पर तंज कसते हुए चन्नी ने कहा कि बड़ी कारों को बादलों ने खरीदा था।
उन्होंने आगे कहा, “ये कारें बादल परिवार द्वारा खरीदी गई थीं। मैं अभी-अभी एक वाहन में सवार हुआ जो एक कमरे जितना बड़ा है। इसकी कीमत लगभग दो करोड़ रुपए है। उन्हें यह पैसा गरीब लोगों पर खर्च करना चाहिए था। मेरे पास आठ वाहनों एक काफिला है।” चन्नी ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव से अपने सुरक्षा कवर को कम करने और सुरक्षा विंग में केवल पांच से 10 पुलिसकर्मियों को रखने के लिए कहा है।