रायपुर. चंद्रखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर (Mata Kaushalya) से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘राम वन गमन परिपथ’ (Ram Van Gaman Paripath) का शुभारंभ हो गया। गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel), मंत्रियों और विधायकों के साथ बस में बैठकर चंद्रखुरी पहुंचे। पुलिस अकादमी चंद्रखुरी से मंदिर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का शुभांरभ किया। फायर शो के बीच 51 फीट ऊंची भगवान राम (Lord Ram) की प्रतिमा का लोकार्पण किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, राम हमारी संस्कृति में हैं, मगर भाजपा के लिए सिर्फ वोट हैं।
मुख्यमंत्री निवास में पत्रकारों से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा राम को हर कोई अलग-अलग रूप में मानता है, पूजता है। किसान, मजदूर के राम अलग-अलग हो सकते हैं। मगर, कुछ लोग हैं जो भगवान राम को वोट दिलाने वाले राम के रूप में देखते हैं। उनके सहारे वे वैतरणी पार करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रूके।
उन्होंने कहा, 15 साल तक सत्ता में रहते हुए माता कौशल्या (Mata Kaushalya) के लिए कुछ नहीं किया। राम वन गमन पथ के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम की महत्ता सर्वकालिक है, वह कभी कम नहीं हो सकती। हम लोग राम को भांचा मानते हैं। इसलिए तो भांचा के पैर छूने की परंपरा है। हम राम वनवासी राम, गांधी के राम, कबीर के राम, तुलसी के राम और शबरी के राम के रूप में देखते हैं।
उन्होंने कहा कि हम गांधी के मार्ग पर चलने वाले लोगे हैं। मुख्यमंत्री ने लोकार्पण-सौंदर्रीकरण के शुभारंभ के बाद माता कौशल्या के मंदिर पहुंच पूजा-अर्चना की। इस मौके पर पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मो. अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम, मंत्री शिव डहरिया, अनिला भेड़िया, अमरजीत भगत, कवासी लखमा, सांसद छाया वर्मा, संसदीय सचिव और विधायक मौजूद रहे।
सिरपुर को भी दिलाएंगे पहचान- मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरपुर में बौध्य सर्किट है जो हिंदुस्तान में कहीं नहीं है। इसे भी विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। देवी शक्ति पीठों को भी विकसित करेंगे।
भाजपा बोली, कांग्रेस का राम नाम से कोई वास्ता नहीं रहा
मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय (BJP Chhattisgarh President Vishnu Deo Sai) ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ भगवान राम के नाम पर भ्रम फैलाने का काम कर रही है। उनका इतिहास हमेशा भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा करने वाला रहा है।
कांग्रेस का राम नाम से कोई वास्ता ही नहीं रहा है। इस समय मुख्यमंत्री राम का नाम लेकर केवल अपने डूबती नैय्या को भव सागर पार कराने के लिए ले रहे हैं। राम वन गमन पथ के नाम पर पूरी प्रदेश सरकार जिस तरह का उत्सव मना रही है, जिससे लगता है कि यह उत्सव केवल इवेंट कंपनियों का योजना है। जनमानस का कहीं भी जुड़ाव नहीं है।
राम वन गमन पथ के 9 प्रमुख स्थान
सीतामढ़ी हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण खरौद (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), सिहावा सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), रामाराम (सुकमा)।
