दुर्ग निगम में निर्माण कार्यो के बंटवारे को लेकर दो ठेकेदारों में जमकर विवाद हो गया ठेकेदारों ने सिंडिकेट बनाकर निर्माण कार्यो के लिए टेंडर डाला था। लेकिन समझौते के मुताबिक काम का बंटवारा नहीं हो पाया इस से नाराज ठेकेदार सिंडिकेट बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले दूसरे से ठेकेदार से भीड़ गया। विवाद इतना बढ़ा की दोनों ठेकेदारों ने अपने अपने लोगों को बुला लिया। इसके बाद दोनों ठेकेदार ने अपने अपने लोगों को बुला लिया।और एक दूसरे से धक्का मुक्की भी कर डाली। करीब एक घन्टे तक विवाद डाटा सेंटर के सामने चलता रहा। बाद में कुछ लोगों ने मामले को शांत कराया।
चार करोड़ रुपये शासन ने दिया।
राज्य सरकार ने अधोसंरचना मद में 4 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया है इस राशि से नगर निगम दुर्ग के प्रत्येक वार्ड में करीब सात लाख रुपये का काम शामिल किया गया है जिसके लिए करीब तीन करोड़ रुपये से अधिक का टेंडर प्रक्रिया जारी किया गया है जिसमें कार्य करने के लिए करीब 70 से अधिक ठेकेदारों ने टेंडर डाला है।
कोरोना काल में कई ठेकेदार के पास काम नही था
दुर्ग निगम में लंबे समय से कार्य कर रहे ठेकेदार प्रमोद मोहबिया ने अहम भूमिका निभा सभी ठेकेदारों के साथ बैठक कर बिना किसी विवाद के कार्य करने की पहल की लगातार बातचीत के दौर के बाद सहमति बनी तब करीब 53 ठेकेदारों को एकजुट कर सेंडिकेट बनाया गया। जिसमें कुछ ठेकेदारों को इंगेज भी किया गया जिससे सबको काम मिले। साथ ही तीन से चार फीसदी बिलों रेट पर टेंडर भरने की सहमति बनी थी।
इंकलाब खान और संजीत सिंह के बीच हुआ विवाद
बताया जाता है कि भिलाई के संजीत सिंह और इंकलाब खान के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और देखते ही देखते करीब 50 से अधिक युवक डाटा सेंटर पहुँच गए। और मामला फिर गरमा गया जिसे वहाँ मौजूद ठेकेदारों ने शांत कराया देर रात तक ठेकेदारों के बीच सेतु बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रमोद मोहबिया तालमेल बिठाने का प्रयास कर रहे थे जब उनसे न्यूज टीम ने बात की तो बताया कि दो साल तक कोविड के दौरान कई ठेकेदारों स्थिति बिगड़ गई है जिसके चलते थोड़ा मन मुटाव है आज सब ठीक हो जाएगा। सबको साथ लेकर चलना है।