किस्त नहीं जमा किए हो कहकर जुलाई 2020 में ट्रैक्टर खींचकर ले गए। बैंककर्मियों ने ट्रैक्टर को बैंक के सुपुर्द नहीं कर उसे बेच दिया।
रायपुर बैंक में बंधक रखे गए आधा दर्जन से अधिक ट्रेक्टरों को बेचने के मामले में बुधवार को पुलिस ने बैंक के दो कर्मचारी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस के मुताबिक ग्राम पचरी निवासी इतवारी राम नेताम ने खरोरा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह दीपक ट्रेक्टर्स एंड एग्रीकल्चर रिंग रोड नंबर भाठागांव चैक से साल 2019 में एक पावरटेक (पीटी यूरो) कंपनी का ट्रैक्टर इंडसइंड बैंक से फाइनेंस कराकर क्रय किया था। किसी कारणवश वह ट्रैक्टर का किस्त बैंक में जमा नहीं कर पाया था।
बैंक के दो कर्मचारी प्रकाश देवांगन, सुधीर शर्मा ने उससे किस्त नहीं जमा किए हो कहकर जुलाई 2020 में ट्रैक्टर खींचकर ले गए। कुछ दिनों बाद उसे बैंक की ओर से ट्रैक्टर के संबंध में नोटिस प्राप्त हुआ। इंडसइंड बैंक के दूसरे कर्मचारी ने उसके पास आकर ट्रैक्टर के बारे में पूछताछ की तो उसने प्रकाश देवांगन, सुधीर शर्मा द्वारा ट्रेक्टर ले जाना बताया। इसी दौरान उसे जानकारी मिली की दोनों बैंककर्मियों ने ट्रैक्टर को बैंक के सुपुर्द नहीं कर उसे बेच दिया है। घटना की शिकायत पर पुलिस ने पचरी थाना खरोरा के प्रकाश देवांगन (30) और ग्राम सिहदाहा थाना पथरिया(मुंगेली) के सुधीर शर्मा(31) से कड़ाई से पूछताछ की।
दोनों ने ट्रैक्टर को बिलासपुर निवासी भरत गुप्ता को दो लाख रूपये में बेचना बताया। इसके बाद पुलिस ने फ्लैट नंबर 206,सांईशरण अपार्टमेंट व्यापार विहार, तारबहार (बिलासपुर) निवासी भरत गुप्ता को पकड़ा गया। उसने पूछताछ में ट्रैक्टर को अमोरा (भिलाई) मुंगेली निवासी कैलाश साहू को चार लाख 30 हजार रूपये में बेचना बताया गया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में आरोपितों ने बैंक में बंधक आठ अन्य ट्रैक्टर को अवैध तरीके से छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में बेचना कबूला। पुलिस ने उनके कब्जे से एक ट्रैक्टर जब्त कर अन्य के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।