दुर्ग। फरवरी महीना बीतने का आया है और निगम के नियमित कर्मचारियों को अब तक वेतन नहीं मिला है। वहीं निगम के पार्षदों को जनवरी महीने का मानदेय भी नहीं मिल पाया है। निगम प्रशासन को मुद्रांक शुल्क के रूप में करीब एक करोड़ रुपये मिलने वाला है। उक्त राशि मिलने के बाद ही कर्मचारियों को वेतन और पार्षदों को मानदेय का भुगतान किया जा सकेगा।
दुर्ग निगम के नियमित कर्मचारियों को जनवरी महीने के वेतन का भुगतान अब तक नहीं किया जा सका है। इन कर्मचारियों की संख्या करीब छह सौ है। पहली बार निगम कर्मियों को वेतन भुगतान के लिए इतना लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इसके पहले निगम कर्मियों को हर महीने की पांच से दस तारीख तक वेतन मिलता रहा है। वेतन भुगतान में विलंब की वजह से कमजोर राजस्व वसूली को माना जा रहा है। दूसरी ओर नगर निगम के पार्षदों को भी जनवरी महीने के मानदेय का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। पार्षदों को हर महीने मानदेय के रूप में सात हजार सात सौ रुपये मिलता है। महापौर और सभापति को छोड़कर दुर्ग निगम में 58 पार्षद हैं। निगम प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को वेतन और पार्षदों को मानदेय का जल्द से जल्द भुगतान के लिए व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
फ्लावर शो का आयोजन को लेकर नाराजगी
दुर्ग निगम के वार्ड क्रमांक-21 के पार्षद अरुण सिंह ने कहा है कि नगर निगम के पास कर्मचारियों को वेतन और पार्षदों को मानदेय देने के लिए पैसा नहीं है। ऐसे में निगम प्रशासन द्वारा फ्लावर शो का आयोजन क्यों कराया जा रहा है।
पार्षद अरुण सिंह ने कहा है कि आयोजन में लाखों रुपये खर्च करने के बजाए उक्त राशि का उपयोग कर्मचारियों के वेतन भुगतान सहित शहर में आवश्यक कार्य के लिए किया जाना है। अरुण सिंह ने निगम प्रशासन द्वारा आयोजनों के नाम पर किए जाने वाले फिजूलखर्ची का मामला भी सामान्य सभा की बैठक में उठाया गया था।
नगर निगम को मुद्रांक शुल्क की राशि सोमवार तक मिलने की उम्मीद है। यह राशि मिलते ही कर्मचारियों के वेतन और पार्षदों के मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा।
हरेश मंडावी आयुक्त नगर निगम दुर्ग