बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के साजा एसडीएम कार्यालय में पदस्थ क्लर्क हनी कश्यप पुत्र सूर्यकांत (25) को सोमवार को 10,000 रुपये की घूस लेते आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम धारा 7 क के तहत मामला दर्ज कर एसीबी की टीम ने उसे बेमेतरा के विशेष न्यायालय में पेश किया। न्यायाधीश पंकज गुप्ता ने आदेश पर वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम सेमरिया निवासी राजकुमार रजक (39) के पिता दाऊ राम की मृत्यु गांव के ही बांधा तालाब में डूबने से हो गई थी। दुर्घटना में मौत पर शासन के द्वारा आपदा पीड़ित परिवार को मिलने वाला चार लाख का मुआवजा राजकुमार को मिलना था।
यह राशि को दिलाने के नाम पर हनी कश्यप ने उससे 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। पूरी राशि मिलने के बाद ही प्रकरण की स्वीकृति देने की बात कहकर राजकुमार को हनी कश्यप घुमा रहा था। इसकी शिकायत राजकुमार ने एसीबी रायपुर से की। इसके बाद एसीबी टीम की बनाई गई योजना के तहत सोमवार को आरोपित हनी कश्यप घूस लेते कार्यालय में पकड़ा गया।
कार्यालय को बंद कर की गई कार्रवाई
एसीबी की टीम ने पूरी कार्यवाही कार्यालय को बंद करके की। इसके चलते पूरे दिन लोग यह कयास लगाते रहे कि किस प्रकरण में किसके ऊपर कार्यवाही की जा रही है, कितनी राशि बरामद की गई है…। एसीबी की कार्यवाही न केवल साजा में, बल्कि जिले में चर्चा का विषय रही।
एसडीएम का मोबाइल बंद
प्रकरण के संबंध में जानकारी लेने के लिए साजा एसडीएम धनेंद्र मरकाम के मोबाइल नंबर 98267 55155 तथा 97535 36 151 पर संपर्क करने का प्रयास किया जाता रहा, किंतु उनका मोबाइल स्विच आफ मिला। इसके चलते विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई। बताया गया है कि जैसे ही कार्यालय में एसीबी की टीम पहुंची, एसडीएम कार्यालय से ही नदारद हो गए थे।