बिलासपुर। रायपुर के नंदनवन से कोरिया के गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किए जा रहे 30 चीतलों से भरा वाहन पेंड्रा के बसंतपुर के पास पलट गया है। घटना की सूचना मिलते ही वनमंडलाधिकारी समेत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। क्रेन से वाहन को उठाया गया। घटना में किसी चीतल को चोट नहीं आई है। सभी को सुरक्षित टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया है। कोरिया जिले के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व की मान्यता मिल गई है। इसके बाद वहां चीतलों को शिफ्ट किया जा रहा है। रायपुर के नंदन वन से शुक्रवार को तीन वाहनों में 70 चीतलों की शिफ्टिंग की जा रही थी।
तीनों वाहन कुछ दूरी के अंतराल में थे। वाहन नवागांव भाड़ी के रास्ते कोरिया की ओर जा रहे थे। बसंतपुर के पास अंधे मोड़ पर 30 चीतलों से भरा एक वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे की सूचना मिलने पर डीएफओ दिनेश पटेल, गौरेला-पेंड्रा के वन परिक्षेत्र अधिकारी व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इधर गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व का अमला भी घटना स्थल पहुंच गया।
आनन-फानन में क्रेन की मदद से पलटे वाहन को उठाने की मशक्कत शुरू की गई। करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद वाहन को उठाया गया। जायजा लेने पर पता चला कि सभी चीतल सुरक्षित हैं। इसलिए बिना विलंब किए वाहन को गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व के लिए रवाना कर दिया गया। वहां पहुंचने के बाद दोबारा चीतलों की जांच की गई। सभी सुरक्षित थे। इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया। उनको अब सामान्य होते देखभाल में रखा गया है।
दुर्घटनाग्रस्त वाहन में मौजूद सभी चीतल सुरक्षित हैं। हादसे में किसी को चोट नहीं आई है। उनकी जांच करने के बाद सोनहत रेंज में छोड़ दिया गया।
अनिल सिंह
डायरेक्टर, गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व
सूचना मिलने के बाद वन अमला तत्काल मौके पर पहुंचा। घटना मोड़ में हुई थी। सामने से एक और गाड़ी आ रही थी, जिसे बचाने के प्रयास यह घटना हुई है। चीतलों को किसी तरह चोट नहीं आई है।
दिनेश पटेल
डीएफओ, मरवाही वनमंडल