यूक्रेन के क्रेमिना शहर में रूसी टैंक ने ओपन फायर कर दिया, जिसमें केयर होम में रह रहे 56 बुजुर्गों की मौत हो गई है. ये जानकारी लुहांस्क क्षेत्र के अध्यक्ष ने दी है.
रूस और यूक्रेन जंग का आज 26वां दिन है. इस दौरान रूस ने लगभग यूक्रेन के सभी बड़े शहरों को तबाह कर दिया है. रूसी सेना ने सोमवार यानी आज इपरसोनिक और क्रूज मिसाइलों से यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. वहीं दूसरी तरफ रूस द्वारा लगातार हो रहे आक्रमण में घायल हो रहे या मारे जा रहे लोगों को देख राष्ट्रपति जेलेंस्की पुतिन के साथ बातचीत कर कोई समाधान निकालने तैयार हो गए हैं.
इस बीच कल यूक्रेन के क्रेमिना शहर में रूसी टैंक ने ओपन फायर कर दिया, जिसमें केयर होम में रह रहे 56 बुजुर्गों की मौत हो गई है. ये जानकारी लुहांस्क क्षेत्र के अध्यक्ष ने दी है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (ओएचसीएचआर) ने रविवार को कहा कि 19 मार्च की मध्यरात्रि तक यूक्रेन में कम से कम 902 नागरिक मारे गए हैं और 1,459 घायल हुए हैं. ओएचसीएचआर ने कहा कि अधिकांश हताहत विस्फोटक हथियारों जैसे भारी तोपखाने और कई-लॉन्च रॉकेट सिस्टम, मिसाइल और हवाई हमलों की वजह से हुए. हालांकि माना जा रहा है कि वास्तविक टोल काफी अधिक है क्योंकि ओएचसीएचआर, जिसकी देश में एक बड़ी निगरानी टीम है जो अभी तक मारियुपोल सहित कई बुरी तरह से प्रभावित शहरों से हताहतों की रिपोर्ट प्राप्त करने या सत्यापित करने में सक्षम नहीं हो सकी है.
मारियुपोल में एक आर्ट स्कूल पर बमबारी
वहीं यूक्रेन के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि रूसी सेना ने बंदरगाह शहर मारियुपोल में एक कला स्कूल पर बमबारी की है, जिसमें कम से कम 400 लोगों ने शरण ली हुई थी. एक हफ्ते के अंदर यह दूसरा मौका है जब रूस ने ऐसी इमारत को निशाना बनाया गया, जहां आम नागरिकों ने शरण ले रखी थी. इससे पहले रूसी सैनिकों ने बुधवार को मारियुपोल में एक थिएटर पर भी बमबारी की थी. माना जा रहा है कि उसके भीतर करीब 1300 लोग थे.