रायपुर / चिकित्सा शिक्षा विभाग में 362 नर्सिंग अधिकारियों के पदोन्नाति व पदस्थापना में मेरिट और वरिष्ठता सूची को दरकिनार करने का मामला सामने आया है। किसी मेडिकल कालेज अस्पताल में अतिरिक्त पद तो कही पदोन्नाति ही नहीं दी गई है।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि 10 फरवरी को 362 स्टाफ नर्स को नर्सिंग सिस्टर के पद पर पदोन्नत किया गया था। इन नर्सिंग अधिकारियों के पदस्थापना में नियमत: वरिष्ठता का पालन किया जाना था, जिसे दरकिनार करते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग में मनमुताबिक पदस्थापना कर दी गई
दुर्ग के चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कालेज व अस्पताल में जहां 30 पद दिए जाने थे, वहां 36 नर्सिंग सिस्टरों को भेज दिया गया है। जबकि, अस्पताल का संचालन ही नहीं हो रहा है। इसी तरह बिलासपुर, राजनांदगांव, महासमुंद, दुर्ग व कांकेर मेडिकल कालेजों में तय पदों से अधिक नर्सिंग स्टाफ की पदोन्नाति के बाद पदस्थापना दिया गया है। पदस्थापना में अनियमितता को लेकर नर्सिंग सिस्टरों में काफी आक्रोश है।
कैंसर विभाग के नर्सिंग स्टाफ बदले, कीमोथेरेपी की समस्या
कैंसर रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. विवेक चौधरी ने बताया कि कैंसर रोगियों को कीमोथेरेपी देने वाले प्रशिक्षित 11 नर्सिंग अधिकारी 15 वर्ष से अधिक समय से सेवाएं दे रहे थे। पदोन्नाति के बाद सभी को दूसरी जगह भेजा गया है। इससे कैंसर रोगियों का कीमोथेरेपी इलाज प्रभावित हो रहा है। नए पदस्थ नर्सिंग कर्मियों को प्रशिक्षण देने में समय लगेगा।
चिकित्सा शिक्षा विभाग डा. विष्णुदत्त, संचालक ने कहा, पदोन्नाति व पदस्थापना वरिष्ठता व मेरिट को ध्यान में रखकर किया गया है। किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई है। जहां अधिक पद दिए गए हैं, वह उच्च पदों के विरुद्ध हैं। यदि किसी को ऐसा लगा है की अनियमितता हुई है तो वह डीएमई में लिखित शिकायत करें। हम संज्ञान लेंगे।
चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल के अधीक्षक डा. निर्मल वर्मा ने कहा, चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल व मेडिकल कालेज में नर्सिंग अधिकारी के कुल 30 पद स्वीकृत हैं। यहां पर 36 की पदस्थापना हुई है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग में नर्सिंग अधिकारियों के पदोन्नाति व पदस्थापना में मेरिट और वरिष्ठता सूची को दरकिनार करने का मामला सामने आया है।