ज्ञानवापी मस्जिद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में मंगलवार की सुनवाई पूरी हो गई। दोनों पक्षों में कोर्ट कमिश्नर बदलने के मुद्दे पर करीब 2 घंटे तक बहस हुई। आगे की सुनवाई कल फिर जारी रहेगी। सुनवाई कर रहे जज ने ये भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वो खुद वहां जाएंगे। आपको बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वीडियोग्राफी कराने वाले कोर्ट कमिश्नर (court comissioner) को बदलने की याचिका पर सुनवाई चल रही है। हिंदू पक्ष की आपत्ति पर मुस्लिम पक्ष ने जवाब देने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा। इसे खारिज कर दिया गया। सुनवाई के दौरान वादी पक्ष ने एक नई एप्लिकेशन दाखिल करके मस्जिद के अंदर जाने से रोकने वालों को हटाने की बात कही है।
आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे को लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्ष आमने-सामने हैं। मस्जिद में सर्वे के लिए दो दिन टीम पहुंची, लेकिन सर्वे नहीं हो पाया। हिंदू पक्ष की तरफ से आरोप लगाया गया कि मस्जिद के अंदर काफी लोग मौजूद थे, जिन्होंने सर्वे को ठीक से नहीं होने दिया। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि सर्वे के नाम पर मस्जिद की दीवारों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी। मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा पर भी आरोप लगाया है कि वो पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं। अब मामला कोर्ट में पहुंच गया है। कोर्ट के आदेश के बाद ही आगे सर्वे किया जाएगा। इस बीच हिंदू पक्ष ने नई मांग रखी है। इसमें कहा गया है कि तहखाने के ताले खोलने के लिए डीएम को निर्देशित किया जाए और तहखाने के अंदर वीडियोग्राफी की अनुमति दें। इनका मानना है कि तहखाने में भी कई हिंदू मूर्तियां हैं। इससे पहले सोमवार को पांच प्रमुख महिला याचिकाकर्ताओं में से एक राखी सिंह के शिवम गौड़ ने साफ किया कि राखी अपना मुकदमा वापस नहीं लेंगी। राखी सिंह के वकील शिवम गौड़ ने कहा कि राखी सिंह अपना मुकदमा वापस नहीं लेंगी और मुख्य वादी के वकील के तौर पर वो इस केस को लीड करेंगे।