हनोदा के पुष्पांजलि और पीयूष का राष्ट्रीय सह साधन में चयन
उतई(अमूल्य भारत/अशोक अग्रवाल) शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला हनोदा से पुष्पांजलि चंद्राकर और पीयूष खुटेल राष्ट्रीय सह साधन प्रावीण्य में चयनित हुए हैं, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, शालेय शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय सह साधन प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा का आयोजन किया जाता है, शाला की गणित शिक्षिका श्रीमती प्रज्ञा सिंह के कुशल मार्गदर्शन में विगत 11 वर्षों से इस परीक्षा की तैयारी करवाई जा रही है, प्रति वर्ष विद्यालय के बच्चों का चयन इस कठिन परीक्षा में होता है, अभी तक 16 बच्चे चयनित हो चुके हैं, इस वर्ष प्रज्ञा सिंह ने संकुल हनोदा की अन्य शाला बोरसीभाटा के बच्चों को इस परीक्षा में शामिल होने को प्रेरित किया गया। एवं संकुल में गणित और मानसिक योग्यता की कक्षाये ली , साथ ही वीडियो और पठन सामग्री नियमित रूप वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को उपलब्ध कराया । लॉक डाउन में भी लगातार ऑनलाइन क्लास के माध्यम कक्षा ली ।पोटिया धमधा के शिक्षक पवन कुमार सिंह के द्वारा भी संकुल में कक्षाएं ली गई, उनके द्वारा बनाई गई पठन सामग्री अत्यंत लाभदायक रही।विकास खंड शिक्षा अधिकारी डॉ के. वी. राव जी ने सत्र की शुरुआत में ही राष्ट्रीय सह साधन प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए ठोस रणनीति बनाई। तात्कालिन जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल जी ने संपूर्ण जिले में इस परीक्षा की तैयारी करवाई जिसे वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी श्री अभय जायसवाल जी ने आगे बढ़ाया, फलस्वरुप जिले से रिकार्ड 545 छात्रों का चयन हुआ है। बोरसीभाटा की प्रधानपाठिका श्रीमती अनीता कुलकर्णी और हनोदा के प्रधान पाठक श्री परमानंद देवांगन के कुशल मार्गदर्शन में समस्त शिक्षक समीक्षा सिंह, पूनम मौर्य, रश्मि टिकरिया, खिलेश्वर नेताम एवं प्रज्ञा सिंह द्वारा प्रयास किया गया। संकुल हनोदा के कुल 9 बच्चों का चयन होने का श्रेय संकुल प्राचार्य श्रीमती रीना नंदी के कुशल नेतृत्व को है।संकुल समन्वयक श्री निखिल समद्दार ने संकुल स्तरीय कक्षाओं के संचालन में महती भूमिका निभाई। सभी के साझा प्रयास से संकुल हनोदा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। चयनित बच्चों को प्रतिमाह 1000 रू छात्रवृति मिलेगी। ग्राम पंचायत हनोदा के सरपंच श्री तेजराम चंदेल जी के सहयोग के बिना ये असंभव था। हनोदा की इस उपलब्धि पर समस्त ग्राम पंचायत हनोदा और संकुल में हर्ष की लहर व्याप्त है।