रायपुर : एक्सिस बैंक फर्जीवाड़े में गिरफ्तार आरोपित मुजगहन थाने में एक साथ बैठे। यहां पुलिस ने इनसे ढेरों प्रश्न पूछे। आपस में कैसे मिले जैसे प्रश्नों से शुरू हुई पूछताछ, बाकी के पैसे कहां हैं, तक पहुंची। पूरी योजना कैसे बनी, मास्टरमाइंड कौन है, मंडी बोर्ड और एक्सिस बैंक के और कौन-कौन अधिकारी हैं जिन्होंने सहायता की, जैसी बातों को इनसे जानने का प्रयास किया गया। एक करोड़ 18 लाख की जब्ती को मिलाकर पुलिस के पास अभी केवल तीन करोड़ 52 लाख रुपये का ही हिसाब है। बताया जा रहा है कि एक आरोपित श्रीनिवास राव के खाते में चार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। कुल फर्जीवाड़ा 16 करोड़ से अधिक का है। ऐसे में शेष रकम कहां और किसके पास है, इस जानकारी के लिए पुलिस अधिकारी दिन-रात एक कर रहे हैं। इस चैनल में और जिनकी संलिप्तता की सूचना अथवा आशंका है, उन्हें ढूंढने दूसरे कई राज्यों में पुलिस टीमें भेजी गई है।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है। कई अहम जानकारी सामने आई है। जिसके आधार पर जांच की जा रही है। जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए, उन्हें होल्ड करवाया जा रहा है। फर्जीवाड़े में संलिप्त अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मुंबई, गुजरात एवं अन्य राज्यों में टीमें गई हैं। उन्होंने बताया कि सत्यनारायण वर्मा उर्फ सतीश वर्मा से एक करोड़ पांच लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं। आरोपित के. श्रीनिवास राव के खाते में चार करोड़ 48 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे।