रायपुर। प्रदेश के सरकारी कर्मियों ने सोमवार (22 अगस्त) से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखी है, लेकिन तीन दिन पहले शुक्रवार से ही कार्यालय बंद हो गए हैं। शुक्रवार को जन्माष्टमी की छुट्टी है। इसके बाद शनिवार-रविवार के कारण कार्यालय बंद रहेंगे। इन तीन दिनों में हड़ताल टालने के लिए सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं हुई तो सोमवार से मंत्रालय और संचालनालय से लेकर सरकार के किसी भी मैदानी कार्यालय में काम नहीं होगा।
बता दें कि राज्य के कर्मचारी केंद्रीय कर्मियों के बराबर 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) और सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा (एचआरए) देने की मांग कर रहे हैं। इन दो सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के नेतृत्व में मई से चरणबद्ध आंदोलन चल रहा है। इस बीच सरकार छह प्रतिशत डीए बढ़ा चुकी है, लेकिन फेडरेशन इससे संतुष्ट नहीं है।
फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा और तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश संरक्षक विजय कुमार झा ने बताया कि सोमवार से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल में कुल 91 संगठन शामिल होंगे। न्यायिक कर्मचारी संघ के साथ तहसीलदार और नायब तहसीदार भी आंदोलन से जुड़ गए हैं। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार ही हठधर्मिता के कारण पूरे प्रदेश में सरकारी कामकाज प्रभावित होगा।