दुर्ग। 22 अगस्त को हड़ताली कर्मचारियों द्वारा आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेआरडी. दुर्ग में घुसकर प्राचार्य एवं शिक्षकों के साथ डराने, धमकाने एवं अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने वाले लिपिक सत्येंद्र सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर शिक्षकों के संगठनों ने कलेक्टर से बुधवार को मुलाकात की।
विद्यालय परिसर में महिला शिक्षकों के साथ हुई इस अभद्र घटना से महिला शिक्षिकाएं भयभीत है तथा उन्होंने अपने शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों से इस मामले में सहयोग के लिए लिखित में निवेदन किया तथा अपने साथ हुए इस दुव्र्यवहार को बताते हुए उनकी आंखें भर आयी । शिक्षिकाओं का कहना था कि अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के आंदोलन में शामिल नहीं होने के कारण उनके साथ ऐसा बुरा बर्ताव किया गया । मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न साहू तथा शालेय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी सहित जिला प्रतिनिधि मंडल ने दुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर पुष्पेंद्र सिंह मीणा से मुलाकात की तथा प्राचार्य एवं शिक्षकों के साथ डराने, धमकाने एवं अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने वाले लिपिक सत्येंद्र सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों सर कड़ी कार्यवाही की मांग की । कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि मामला उनके संज्ञान में सोशल मीडिया के माध्यम से आया है इस संबंध में उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग से दूरभाष पर बात भी की है तथा जानकारी मांगी है। कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल को बहुत जल्द इस मामले में कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिया गया है। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से ओम प्रकाश पाण्डेय, जयंत यादव, कमल वैष्णव, वीरेंद्र वर्मा, अमिता हरमुख, संजय चंद्राकर, किशन देशमुख, चंद्रहास देवांगन, नारायण जोशी, किरण तिवारी, लोमन ठाकुर, राजेश चंद्राकर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे ।
