दुर्ग। उखण्ड राव उर्फ योगेश वानखेड़े द्वारा मंत्रालय के सामने की गई आत्महत्या पर दुख और संवेदना व्यक्त करने लोकसभा सांसद विजय बघेल और जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा सहित शहर के प्रमुख भाजपा नेता उनके हरिनगर कातुलबोड स्थित निवास पहुँचे।
लोकसभा सांसद विजय बघेल ने दुखी परिवार को ढांढस बंधाया तत्पश्चात राज्य सरकार पर हमला करते हुए सांसद विजय बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनाएं मर चुकी है। निराश-हताश युवा उखण्ड राव उर्फ योगेश वानखेड़े के द्वारा की गई आत्महत्या मुख्यमंत्री के मुँह पर करारा तमाचा है। स्वयं मुख्यमंत्री के गृह जिले में इतनी बड़ी घटना हो गई लेकिन उनके मुख से संवेदना के दो शब्द नहीं निकले, बात-बात पर मुख्यमंत्री की चापलूसी करने वाले स्थानीय उनके सिपहसालार भी नजर नहीं आए जबकि तत्काल संवेदना व्यक्त करते हुए दोषी अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही करके परिवार को 50 लाख रुपया मुआवजा और मृतक की पत्नी को स्थानीय शासकीय कार्यालय में स्थायी नौकरी की जानी चाहिए।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि 5 साल पहले अनियमित और संविदा कर्मियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में जाकर भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि उनकी सरकार बनने के बाद तमाम अनियमित कर्मचारियों और संविदा कर्मियों को नियमित कर दिया जाएगा परंतु कांग्रेस सरकार बनने के बाद 4 साल व्यतीत होने जा रहे हैं परंतु आज तक एक भी अनियमित कर्मचारी को नियमित करने का आदेश नहीं हुआ है बल्कि लगातार झूठे आश्वासन और झूठे वादे करके ठगने का काम जारी है।
दुर्ग शहर के हरी नगर कातुलबोड निवासी युवा उखण्ड राव उर्फ योगेश वानखेड़े द्वारा मंत्रालय के सामने की गई आत्महत्या संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र पर प्रश्नचिन्ह लगाती है कि उच्च प्रशासनिक तंत्र से अनियमित कर्मचारी और संविदा कर्मी किस कदर परेशान हैं। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी दैनिक वेतनभोगी संविदा कर्मचारी ने मंत्रालय के सामने आत्महत्या करके प्रशासनिक तंत्र के खोखलेपन और संवेदनहीनता को उजागर किया है। यह घटना बहुत ही हृदय विदारक है जो वर्तमान राज्य सरकार की वास्तविकता को दर्शाती है।
जितेंद्र वर्मा ने कहा कि प्रदेश के संवेदनहीन मुख्यमंत्री, मंत्री एवं अधिकारियों के गैर जिम्मेदारानापूर्ण व्यवहार से एक मेहनती और ईमानदार युवा जो दो मासूम बेटियों का पिता है उसने मजबूर होकर अंतत: मौत को गले लगा लिया। जितेंद्र वर्मा ने कहा कि ऐसे संवेदनहीन मुख्यमंत्री को 1 मिनट भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। राहुल गांधी की चाकरी करने के लिए अपना प्रदेश छोड़कर केरल, उत्तर प्रदेश, आसाम, हिमाचल प्रदेश जाकर छत्तीसगढ़ के धन को लुटाने वाले मुख्यमंत्री को अपने स्वयं के प्रदेश की जनता की कोई चिंता नहीं है। आज एक परिवार के बेटे ने सरकार की कुव्यवस्था से परेशान होकर दुनिया छोड़ दी, यह घटना मन को झकझोरने वाली है, लेकिन निष्ठुर मुख्यमंत्री को इससे कोई लेना देना नहीं है।
वानखेड़े परिवार से मिलकर संवेदना और दुख व्यक्त करने वालों में सांसद विजय बघेल जी, भाजपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, जिला महामंत्री ललित चंद्राकार, वार्ड पार्षद शिवेंद्र परिहार, पूर्व पार्षद श्रीमति अल्का बाघमार, व्यवसायिक प्रकोष्ठ प्रदेश सह संयोजक कांति लाल बोथरा, भाजपा नेता मनमोहन शर्मा, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नितेश साहू, हिंदू जागरण मंच के आकाश सिंह ठाकुर एवं वार्ड के भाजपा नेता शामिल रहे।