पंजाब में भगवंत मान सरकार (Bhagwant Mann Government) और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) में विवाद के बीच विशेष विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के अनुरोध के बाद सत्र को स्थगित किया गया. साथ ही 30 अक्टूबर को राज्यपाल के खिलाफ पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाएगी. राज्यपाल ने कहा था कि ये सत्र गैरकानूनी है. इसके बाद सीएम मान ने सत्र रोकने के लिए अपील की. ऐसे में पंजाब में एक बार फिर से राज्यपाल बनाम सरकार हो गया है. दो दिन के लिए बुलाए गए विधानसभा सत्र को बीच में ही रोक के पंजाब सरकार ने राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है.
विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम पंजाब के लोगों के लिए बिल पेश करना चाहते थे, लेकिन राज्यपाल ने बिल पास करने से मना कर दिया और इस सत्र को गैरकानूनी कहा है, इसलिए हम इस सेशन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर तीस अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.” सीएम मान ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित पर हमला बोलते हुए कहा कि गवर्नर को गलतफहमी हो गई है कि मुख्यमंत्री की शपथ उन्होंने ली है.
राज्यपाल ने राष्ट्रपति के पास जाने की कही था बात
बता दें कि पंजाब सरकार ने दो दिन का विधानसभा का सेशन बुलाया था. लेकिन गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित ने इसे इलीगल कहा था और यहां तक कह दिया था कि अगर सत्र किया गया तो वह राष्ट्रपति के पास जाएंगे. वहीं कांग्रेस ने स्पीकर के खिलाफ विरोध किया और मांग की है कि जो पैसा इस सत्र में लगा है, उसका हिसाब दिया जाए. इससे पहले पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा था कि राज्यपाल सत्र को गैरकानूनी बता रहे हैं. सत्र लीगल है या इलीगल यह तो कोर्ट तय करेगा.