रायपुर । आयकर विभाग टैक्स चोरी करने वालों के ठिकानों पर अब सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के साथ छापेमारी करेगा. इसके लिए साफ्टवेयर कंपनी को हायर करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए आयकर अन्वेषण डीजी की ओर से निविदा जारी की गई है.
इसमें फोंरेसिंक टूल्स, डेटा एनालिसिस और इलेक्ट्रॉनिक्स इस्टूमेंट से डेटा रिकवर के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों से 6 नवंबर तक में आवेदन मंगवाए गए हैं. इसके आवेदन आयकर डीजी कार्यालय भोपाल मध्यप्रदेश में जमा लिए जाएंगे. संबंधित कंपनी नियम और शर्तों के साथ निविदा दस्तावेज भोपाल स्थित आयकर अन्वेषण कार्यालय के नोटिस बोर्ड से जानकारी ले सकते हैं. वही, विभाग की ओर से वेबसाइट में ब्यौरा उपलब्ध कराया गया है.
बता दें कि आयकर विभाग छापेमारी करने के बाद सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट के नहीं होने के कारण स्थानीय स्तर पर इसकी व्यवस्था कर रही थी. इसके चलते कई बार डेटा रिकवर करने और उसकी जांच करने में विभागीय अधिकारियों को मशक्त का सामना करना पड़ रहा था. छत्तीसगढ़ आयकर अन्वेषण विभाग भोपाल स्थित आयकर विभाग डीजी रेंज के तहत आता है.
आयकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सॉफ्टवेयर कंपनी को हायर करने पर इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंट की जांच करने में मदद मिलेगी. साथ ही मोबाइल, लैपटॉप और कम्प्युटर में बनाई गई गोपनीय फाइल, कोडिंग लॉक और डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने में मदद मिलेगी. इससे टैक्स चोरी का खुलासा करने में आयकर विभाग को मदद मिलेगी.
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