बिलासपुर। मोहन भाठा के प्राकृतिक क्षेत्र में वन्यजीव प्रेमी और फोटोग्राफर प्राण चड्ढा ने शाहीन फाल्कन की तस्वीर को कैमरे में कैद किया है। यह शिकारी पक्षी पेरेग्रीन फाल्कन के नाम से भी जाना जाता है। यह अपनी असाधारण गति और शिकार की अद्वितीय शैली के लिए प्रसिद्ध है। माना जाता है कि शाहीन फाल्कन 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गोता लगाकर अपने शिकार को पकड़ता है।
इस प्रकार का बाज़ बिलासपुर के मोहनभाठा क्षेत्र में पहली बार देखा गया है, जो स्थानीय पक्षी प्रेमियों और वन्यजीव शोधकर्ताओं के लिए एक रोमांचक घटना है। आमतौर पर पहाड़ी और पर्वतीय इलाकों में पाया जाने वाला यह पक्षी श्रीलंका के द्वीपों तक फैला हुआ है, लेकिन इसका बिलासपुर में दिखना अद्वितीय है। इस पक्षी के शरीर का ऊपरी हिस्सा काले रंग का होता है, जबकि नीचे की तरफ गहरे रंग की धारियां होती हैं। इसके गले का रंग सफेद और चेहरा काला होता है, जो इसे और भी विशिष्ट बनाता है। शाहीन फाल्कन हवा में शिकार पकड़ने के लिए मशहूर है और शिकार के पीछा करने में यह पक्षी प्रति घंटे 320 किमी से भी अधिक की गति प्राप्त कर सकता है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, इसकी गति 390 किमी तक पहुँच सकती है। इस पक्षी की तीव्रता और शिकार शैली ने इसे वन्यजीव प्रेमियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया है।
शाहीन फाल्कन को अक्सर शीतकाल में प्रवासी पक्षी के रूप में देखा जाता है। इसी प्रजाति के अन्य पक्षी बिलासपुर के कोपरा जलाशय के आसपास बिजली के टावरों पर बैठे हुए रिकॉर्ड किए गए हैं।