दुर्ग। रविवार को सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या की 164 वीं जंयती के अवसर पर जल संसाधन परिसर में अभियंता दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथि के रूप में आई.पी. मिश्रा, चेयरमैन, श्री शंकराचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन भिलाई, इंजी. इन्द्रजीत उईके, प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग, इंजी. सतीश कुमार टीकम, मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग, इंजी. जयंत पवार, सेवा निवृत प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग, इंजी. डी.सी. जैन,सेवा निवृत मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग, इंजी. समीर जार्ज, सेवा निवृत मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग, इंजी. दिनेश कुमार भगोरिया, से.नि. अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। विश्वेश्वरय्या जी के प्रतिमा में माल्यार्पण पश्चात अतिथियों द्वारा उनके जीवनी एवं हिन्दुस्तान के विकास में उनके योगदान एवं उनके द्वारा किये गए उल्लेखिनिय निर्माण कार्यों के संबंध में प्रकाश डाला गया ।
आई.पी. मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में इंजीनियरिंग विज्ञान एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सम्पूर्ण भारत में विश्व के देशों के अपेक्षा इंजीनियरियों / वैज्ञानियको व चिकित्सों द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया गया। जो कि वर्तमान में विश्व स्तर में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है। अभियंता दिवस कार्यक्रम का आयोजन सुरेश पाण्डेय, अधिक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग दुर्ग के संयोजन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में शिवनाथ मंडल के अंतर्गत दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, कबीरधाम व बेमेतरा जिले के समस्त अभियंता एवं सेवानिवृत अभियंता एवं कर्मचारी सम्मिलित हुये। इस अवसर पर इंजी. उबेद देशमुख, इंजी. किशोर शर्मा, इंजी. जी. एल. साहू, इंजी. ए.एम.झा एवं इंजी. आर. एस. नेताम, कार्यपालन अभियंता का सम्मान किया गया।