बेमेतरा(amulybharat.in) खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में जिले में 587672.4 मी.टन धान का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया गया था, जिसमें से 504263 मी.टन का निराकरण हो चुका है किन्तु वर्तमान में उपार्जन केन्द्रों में 23409 मी.टन धान शेष है जिसका उठाव राईस मिलरों के द्वारा ही किया जाना है।
बेमेतरा जिले में राईस मिलरों के द्वारा समय-सीमा में चावल जमा नहीं करने एवं धान का उठाव नहीं होने के कारण कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान ने खाद्य अधिकारी एवं उनकी टीम को जल्द से जल्द चावल जमा कराकर धान का उठाव कराने के निर्देश दिए।
जिस परिपेक्ष्य में वस्तु स्थिति की जांच राईस मिलरों में जाकर की गई, जिसमें 05 राईस मिलरों की जांच में चावल जमा करने एवं धान उठाव करने के कार्य में अनियमितता पाई गई। जिस कारण मिलों में रखे कुल स्टाॅक 4188 मी.टन धान एवं 873.5 मी.टन चावल को जप्त कर अनियमितता संबंधी प्रकरण बनाये गये हैं, जिसकी कुल राशि 11.94 करोड़ रूपये लगभग है।
अनियमितता करने वाले मिलों का उनसे जप्त की गई मात्रा एवं राशि का विवरण निम्नानुसार हैः-लक्ष्मी राईस मिल गुनराबोड 1228 मी.टन धान व 15 मी.टन चावल (अनुमानित राशि 3.1 करोड़), लक्ष्मी राईस मिल यूनिट 02 गुनरबोड 520 मी.टन धान व 01 मी.टन चावल (अनुमानित राशि 1.03 करोड़), यश एग्रो प्रोडक्ट 1720 मी.टन धान व 207.5 मी.टन चावल (अनुमानित राशि 4.71 करोड़), यश एग्रो प्रोडक्ट यूनिट 03-720 मी.टन धान व 650 मी.टन चावल (अनुमानित राशि 3.1 करोड़) व सिन्हा राईस मिंिलंग में 7050 मी.टन धान या 4724 मी.टन चावल भौतिक रूप से उपलब्ध होना चाहिए था किन्तु मिल परिसर में धान एवं चावल की मात्रा निरंक पाया गया। कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्रों के शेष धान का जल्द उठाव राईस मिलरों से कराने के निर्देश दिए है।
जिन मिलरों के द्वारा समय पर धान उठाव व चावल जमा नहीं किया जावेगा, उनके विरूद्ध भी नियमित जांच एवं कार्यवाही करने कहा गया है।
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