गरीबों के आशियाने पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं अमीर बेखौफ अवैध कांप्लेक्स का निर्माण करा रहे।
बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपया दुर्ग नगर निगम का यह हाल जन-जन में चर्चा का विषय बन रहा है।


बेशक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही हो पर मापदंड दोहरा न हो अमीरों के लिए अलग, गरीबों के लिए अलग
दुर्ग नगर निगम के द्वारा लगातार अतिक्रमण पर कार्यवाही की जा रही है अभी हाल में ही गौरव पथ पर लगे ठेल, गुमटियों सहित फुटपाथ पर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी ।
इसी तरह दुर्ग जिला न्यायालय के सामने से भी अतिक्रमण हटाया गया था। साथ ही कई अवैध निर्माण कार्य रोके गए तो कई छोटे मोटे तोड़ दिया गया।
दुर्ग पोटिया मार्ग पर जैसा कि निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों ने बताया कि कटारिया बन्धुओं के द्वारा व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया जा रहा है। जिसमे करीब अभी फिलहाल आठ दुकानों का निर्माण किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि कुछ माह पूर्व ही नगर निगम दुर्ग के तत्कालीन आयुक्त के निर्देश पर इस कार्य को रुकवाया था लेकिन निगमायुक्त के स्थांतरण होते ही पूंजीपतियों के द्वारा निगम के कुछ अधिकारियों और नेताओं से तालमेल बैठाकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
कई दिनों से बेधड़क निर्माण कार्य चल रहा था पर अधिकारी राजनीतिक दबाव में चुप्पी साधे रहे।
सूत्र बताते हैं दुर्ग नगर निगम के कई अधिकारियों को इस निर्माण कार्य की जानकारी तो हो गई थी पर राजनीतिक नेताओं के दबाव में कार्यवाही करने के बजाए चुप्पी साध रखी थी।
