दुर्ग/ छत्तीसगढ़ मीडिया विभाग की प्रदेश संयोजक सुश्री शालिनी रामटेके ने प्रेस रिलीज जारी कर भाजपाइयों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा की पूर्व सरकार के मंत्रियों द्वारा दुर्ग जिले के छात्रों को डॉ बनते नही देख सकती।
विदित हो कि भाजपा दुर्ग में स्व.चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कालेज का सरकारीकरण या अधिग्रहण का विरोध कर रही है। ये बताना लाज़मी है कि ये वही मेडिकल कालेज है जिसमें कोरोना संकट में हज़ारों करोना मरीज़ों का इलाज हुवा था जिसमें सैकड़ो कालेज के डॉक्टर ,स्टाफ़ और यहाँ के छात्रों ने सेवा दी थी।
यह अस्पताल स्व.चंदूलाल चंद्राकर की स्मृति में बनाया गया है जिन्होंने पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की लड़ाई देश के ससंद भवन में सड़क में उतरकर की थी ।आज इस महापुरुष के कारण ही इनके द्वारा जलाये गये अलख से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुवा है । इन्ही की स्मृति दुर्ग के कुछ सामाजिक लोगों ने बोर्ड बना कर सेवा भाव की सोच से स्व.चंदूलाल निजी मेडिकल कालेज और हॉस्पिटल का निर्माण करवाया था मेडिकल कालेज का संचालन कर रहे थे कुछ वर्षों के बाद मेडिकल कालेज के संचालन में संचालकगण को आर्थिक परेशानी होने लगी फिर इन्होंने मेडिकल कालेज को सरकार से अधिग्रहण कि माँग थी ।
प्रदेश सरकार ने भी मेडिकल कालेज के हज़ारों छात्रों के भविष्य को देखते हुये अधिग्रहण करने का फ़ैसला लिया है ।
जो हर दृष्टि से सही है ये दुर्ग जिले सहित बाहर से आकर शिक्षा ग्रहण करने वाले अध्यनरत हज़ारों मेडिकल कालेज के छात्र छात्रायें का भविष्य बचेगा ।
सुश्री शालिनी रामटेके ने कहा कि मिनी इंडिया के नाम से विश्वविख्यात भिलाई अब शिक्षा का हब बन चुका है।इसकी पहचान छत्तीसगढ़ एवं देश भर में एजुकेशन हब के नाम से है इसलिये यहाँ सरकारी मेडिकल कालेज होना अति आवश्यक है ।
दुर्ग भिलाई बड़े शहरों में शुमार है यहाँ स्वास्थ्य सुविधा भी बेहतर होनी चाहिए ।
सुश्री शालिनी रामटेके ने कहा कि महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि प्रदेश सरकार कोई दुसरा मेडिकल कालेज दुर्ग ज़िले खोलने घोषणा करती है तो मेडिकल कालेज के शुरुआती चरण से अंतिम चरण तक निर्माण में 5 से 6 वर्ष लग जाते हैं और सारी प्रक्रिया में प्रदेश सरकार को 600 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आता है ।
ऐसी स्थिति में कम लागत में बना बनाया बड़ा मेडिकल कालेज सरकार ख़रीद रही है तो निश्चित ही सरकार का ये सही कदम है जिसका स्वागत दुर्गजिला सहित प्रदेश वासी कर रहे है ।
सुश्री शालिनी रामटेके ने कहा छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दा विहीन हो चुकी है
भाजपा के पास छत्तीसगढ़ सरकार के विरोध में कोई मुद्दा नही रहा इसलिये मेडिकल कालेज के विषय में अनाप शनाप और व्यक्तिगत बयानबाज़ी कर रही है। सरकारीकरण में अड़ंगेबाज़ी और विरोध कर रही है क्यूँकि भाजपाईयो कि सोच में निजीकरण समा गया है और ये हर संस्था को निजी हाथों में देखना चाहते है।
