छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी का अगला सीएम चेहरा OBC वर्ग से होगा क्या ? ये सवाल सुनते ही पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण हड़बड़ा गए। सीधे तौर पर कुछ भी कहने से बचते रहे। कह दिया कि प्रदेश की बात प्रदेश वाले बताएंगे। हम तो मोदी जी द्वारा किए अच्छे कामों को बताने आए हैं। हम इसलिए आए हैं ताकि बता सकें कि कांग्रेस की सरकारों ने कैसे सिर्फ पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा करने का काम किया था।
तय कर लेंगे अभी चुनाव नहीं हैं
मौका रायपुर के भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस का था। इस दौरान पिछड़ा वर्ग की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी हुई। बैठक में खास तौर पर शामिल होने दक्षिण भारत से राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण पहुंचे थे। इसके बाद वो मीडिया से मुखातिब हुए। पत्रकारों ने भी भाजपा के अगले मुख्यमंत्री फेस के लिए ओबीसी वर्ग के नेता को मौका देने के सवाल को नहीं छोड़ा। लक्ष्मण टालते रहे पत्रकार सवाल करते रहे। पीछा छुड़ाने लक्ष्मण ने कह दिया कि मोदी जी से बड़ा कोई ओबीसी चेहरा नहीं हो सकता। मीडिया ने पलटकर पूछ लिया कि मोदी जी मुख्यमंत्री तो नहीं बनेंगे न, तब लक्ष्मण बोले सीएम का चेहरा कौन होगा प्रदेश स्तर पर पार्टी तय कर लेगी अभी चुनाव नहीं हैं।
जो कांग्रेस न कर सकी मोदी सरकार ने किया
के लक्ष्मण ने अपनी बात रखते हुए कहा देश में कांग्रेस की सरकार 5 दशकों से भी अधिक समय तक रही। मगर ओबीसी वर्ग के लोगों के विकास के नाम पर सिर्फ वादे किए गए उन्हें धोखा दिया गया। जब केंद्र में मोदी सरकार आई तो आरक्षण को गंभीरता से लेकर उससे जुड़ी नीतियों को सही तरीके से लागू करवाया। आज केंद्र में 37 ओबीसी मंत्री शामिल हैं। देश की 20 जातियों के लोगों को जो कि सभी राज्यों से हैं उन्हें मौका दिया गया। मोदी सरकार ने केंद्रीय स्तर पर पिछड़ा वर्ग की भलाई के लिए हर तरह के काम करने का पावर स्टेट को दिया है। छत्तीसगढ़ की सरकार को केंद्र पूरा समर्थन देती है।
पिछड़ों की भलाई वाला पहला राज्य बनेगा
के लक्ष्मण की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होने कहा कि प्रदेश की सरकार सिर्फ पिछड़ों की भलाई का दिखावा ही कर रही है। इसके जवाब में प्रदेश के मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस कभी दिखावे की राजनीति नहीं करती। ये संविधान बनाने वाली पार्टी है। संविधान की छत्र छाया में पूरा देश खुशहाल है। आरक्षण की नई परिभाषा आ रही है। प्रदेश में हेड काउंड के निर्देश पहले से दिए गए हैं। लगभग जब राशन कार्ड बनाया जा रहा था तब ही ओबीसी वर्ग की गणना हुई है। जब छत्तीसगढ़ में पिछड़ों के लिए नई नीतियों के तहत फैसला होगा तो इस तरह का काम करने वाला ये देश का पहला प्रदेश बनेगा, देखिएगा।