बिजली, खाद, सूखा पर किसानों का प्रदर्शन
अनियमित वर्षा के कारण फसल खराब होने से आक्रोशित दुर्ग और बालोद जिले के सैकड़ों किसानों ने छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के नेतृत्व में जबरदस्त प्रदर्शन किया और राज्य की बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए भड़ास निकाला,
बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराया, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी मुख्यमंत्री सहित 4 मंत्रियों के जिले के किसान सरकार से असंतुष्ट



किसानों ने बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सिंचाई पंप होने के बावजूद फसल खराब होने के लिये सीधे सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ऐसे समय में भी जब वर्षा समय पर पर्याप्त नहीं हुई है सिंचाई पंपों की बिजली में रोज 6 घंटों की कटौती को बंद नहीं किया गया है, कई दिन तक बिजली की आपूर्ति बंद रहता है, यदि कभी बिजली मिलती भी है तब एक फेस में करंट नहीं रहता वोल्टेज भी कम रहती है जिसके कारण पंप नहीं चल पाते, अनेक किसानों के पंप जल गये और बिजली के उपकरण भी खराब हो गये, अक्सर ब्रेकडाऊन की स्थिति बनी रहती है समय पर सुधारने की सुध लेने वाला कोई नहीं रहता,
किसानों को कहना है कि अनियमित वर्षा के कारण अधिकांश किसान समय पर बोवाई, रोपाई, और बियासी नहीं कर सके हैं 33% से अधिक धान की फसल खराब हो गई है जिसमें सुधार होने की कोई गुंजाईश नहीं रह गई है, किसानों का यह भी कहना है कि खाद की कमी का जो संकट इस साल किसानों को झेलना पड़ा है वैसा संकट पहले कभी नहीं देखा गया था,
किसान रैली के रूप में गांधी प्रतिमा से चलकर कलेक्टरेट तक गये और डिप्टी कलेक्टर महिलांगे को मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा ।
किसानों ने सरकार से सिंचाई पंपों को 18 घंटे निरंतर उच्च गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति की गारंटी देने, प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करके आरबीसी 6-4 के अंतर्गत प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता देने और जरूरत के अनुसार खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है
