रोशन बम्भोले की खबर
फोटो।नगर में हलषष्ठी (कमरछठ) का पर्व मनाया गया।नगर के बाजार चौक में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पंडित अरविंद शर्मा द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना पतिव्रता महिलाओ को कराया व व्रत से जुड़ी कहानिया भी बताया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था. इस पर्व को विभिन्न राज्यों में हलछठ और ललई छठ के नाम से जाना जाता है. महिलाएं इस व्रत को अपने पुत्र की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए रखती है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से पुत्र पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं।इस दिन सुबह – सुबह उठकर माताये महुआ के डाल से दातून करेगी एवे डोरी की खली से स्नान करेंगी और व्रत का संकल्प लें. इस दिन पूजा – अर्चना करने के बाद निराधर रहगी और शाम के समय में पूजा करने के बाद फलाहार करती हैं. इस व्रत को करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है. महिलाएं इस दिन घर के बाहर गोबर से छठी माता का चित्र बनाती हैं. इसके बाद विधि- विधान से भगवान गणेश की पूजा अर्चना की।नगर में नगर पुरोहित पंडित उमाशंकर अवस्थी घर के पास,इंदिरा नगर,गाँधी चौक,आदर्श नगर ,नेहरू नगर,नयापारा,मिलपारा, घासीदास नगर,हथखोज पारा, बजरंग नगर,पाटन पुल स्थित श्री राम दरबार हनुमान मंदिर के पास माताओ ने सगरी बनाकर पूजा अर्चना की।