नई दिल्ली /तालिबानी हुकूमत और उसकी दरिंदगी के खिलाफ काबुल ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली में रह रहे अफगानियों ने भी शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया। इसमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। वे पंजशीर में तालिबान से लड़ने वाले अहमद मसूद का समर्थन और तालिबान-पाकिस्तान का विरोध करते नजर आए। प्रदर्शनकारी हाथो में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर तालिबान मुर्दाबाद, अफगानिस्तान तालिबानियों की जगह नहीं है, हम आजादी चाहते हैं, अफगानिस्तान जख्मी है, पाकिस्तान आतंकियों को शरण देता है और पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगें जैसे नारे लिखे थे।
![दिल्ली में हुए प्रदर्शन में एक अफगानी बच्चा तालिबान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए दिखा।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2021/09/11/afghan-child-in-delhi-1_1631330776.jpg)
![प्रदर्शनकारी पंजशीर में तालिबानी से जंग लड़ने वाली रेजिस्टेंस फोर्स का समर्थन करते हुए भी दिखे। वे रेजिस्टेंस फोर्स के नेता अहमद मसूद की फोटो लिए हुए थे। एक बच्चा मसूद की फोटो वाली टी-शर्ट पहने और अफगानी झंडा ओढ़े हुए नजर आया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2021/09/11/afghan-injured_1631330576.jpg)
![दो बच्चे अफगानिस्तान का झंडा थामे हुए नजर आए। इनमें से एक बच्चा अफगानी सैनिकों जैसी वर्दी पहने हुए था।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2021/09/11/afghan-child-flag_1631330381.jpg)
अफगानी महिलाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के चीफ फैज हामिद की फोटो लेकर प्रदर्शन कर रही थीं, उनका कहना था कि पाकिस्तान एक आतंकी देश है, आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह है। पाकिस्तान अफगानियों की हत्याएं करना बंद करे।
![पाकिस्तान विरोधी तख्तियां लिए हुए प्रदर्शन करते हुए अफगानी युवा।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2021/09/11/del-pak-protest_1631330489.jpg)
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह की हत्या के के बाद तालिबान अब उनका शव नहीं द रहा। रोहुल्लाह के भतीजे इबादुल्ला सालेह ने बताया कि तालिबान ने गुरुवार को उनके चाचा को मार दिया था और जब उनका शव मांगा तो तालिबानियों ने देने से इनकार कर दिया। तालिबान ने कहा कि हम उसे दफनाने नहीं देंगे, उसका शरीर सड़ जाना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने रोहुल्लाह सालेह को पंजशीर घाटी में ही मौत के घाट उतार दिया गया था। तालिबानियों ने सालेह को पहले कोड़ों और बिजली के तार से पीटा, उसके बाद गला काट दिया। बाद में तड़पते सालेह पर दनादन गोलियां बरसा दीं।
बताया जा रहा है कि रोहुल्लाह सालेह पंजशीर से काबुल जाने की फिराक में थे। तालिबानियों को इसकी खबर लग गई और उन्होंने सालेह को घेरकर बंदी बना लिया और फिर बेरहमी से मार दिया। उनकी हत्या की खबर शुक्रवार शाम को सामने आई।
पंजशीर के दो बड़े नेताओं को भी मार चुका है तालिबान
तालिबान ने कुछ दिनों पहले पंजशीर पर जीत का दावा किया था। उसने पाकिस्तानी वायुसेना की मदद से पंजशीर के दो बड़े नेताओं को मार दिया था। तालिबान ने नॉर्दर्न अलायंस के कमांडरों और विद्रोहियों के प्रवक्ता फहीम दश्ती और पंजशीर के शेर कहे जाने वाले जनरल अहमद शाह मसूद के भतीजे जनरल वदूद की हत्या कर दी थी।