दुर्ग/ राज्य का एक मात्र ए प्लस दर्जा प्राप्तए 8 हजार नियमित एवं 7 हजार प्राइवेट विद्यार्थियों की क्षमता वाले 63 वर्ष पुराने शासकीय डॉ विश्वनाथ यादव तामस्कर विज्ञान महाविद्यालय का भवन अब विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए सुरक्षित नहीं है।

वरिष्ठ कांग्रेस विधायक एवं राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष अरुण वोरा के निरीक्षण के दौरान छात्रों एवं प्राध्यापकों ने विस्तार पूर्वक कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित खामियां दिखाईं।
प्रिंसिपल आर एन सिंह ने बताया कि महाविद्यालय में नियमित विद्यार्थियों के लिए 83 शैक्षणिक एवं 65 आफिस एवं लैब स्टाफ कार्यरत हैं। 63 वर्ष पुराना भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है जिसके तत्काल रेनोवेशन की आवश्यकता है। मांग किए जाने पर रूसा द्वारा 70 लाख रु की स्वीकृति दी गई थी किन्तु 40 लाख का ही टेंडर हो सका जिसके अंतर्गत बड़े कैंपस के एक छोटे से हिस्से में खपरैल हटा कर प्रोफाइल शीट लगाने एवं फाल्स सीलिंगए टाइल्स एवं बाथरूम रिपेरिंग आदि का कार्य किया गया था।
किन्तु कोरोना काल के कारण महीनों बाद खुले कैंपस में वर्तमान में एक बड़े हिस्से के संधारण की आवश्यकता है जिसके लिए 15 करोड़ रु की स्वीकृति अपेक्षित है। जनवरी 2022 के पूर्व संधारण नहीं कराए जाने पर नैक मूल्यांकन में कालेज का ए प्लस दर्जा छिन जाने की भी संभावना है।
विधायक वोरा ने प्राचार्य एवं छात्र छात्राओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए सुव्यवस्थित वातावरण एवं सुरक्षित भवन भी जरूरी है।15 हजार छात्रों के भविष्य एवं जीवन को खतरे में नहीं पड़ने दिया जा सकता। ए प्लस कालेज होने के कारण साइंस कॉलेज पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है शीघ्र से शीघ्र शासन से राशि की मांग कर आवश्यक संधारण कार्य कराए जाएंगे। इस विषय पर आवश्यकता पड़ने पर मुख्यमंत्री से भी चर्चा की जाएगी। खेल मैदान के संधारण एवं स्वीकृत पदों पर भर्ती के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान लोनिवि के अभियंता सुनील मेश्राम एल्डरमैन राजेश शर्मा डॉ ए के सिंह डॉ अनिल श्रीवास्तव आदित्य नारंग एवं छात्र छात्राएं मौजूद थीं।

