किसानों के भारत बंद का देश के कई हिस्सों में मिला-जुला असर देखा गया। खास तौर पर इसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में भारी जाम की समस्या खड़ी हो गई। कई राज्यों में ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा। उधर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि हमारा ‘भारत बंद’ सफल रहा है। उनका कहना है कि हम पूरे देश को सील नहीं कर सकते, और इसलिए हमने जरुरी मामलों में लोगों का आना-जाना जारी रखा। इस मामले में बातचीत को लेकर उन्होंने कहा कि हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को किसान यूनियनों के भारत बंद का आयोजन किया था। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के कई राज्यों में इसका असर देखा गया। अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक धवले ने कहा कि भारत बंद को पिछले कई सालों में इतना समर्थन कभी नहीं मिला था। 25 से ज़्यादा राज्यों में बंद कामयाब हुआ है। उन्होंने साफ कहा कि जब तक किसान विरोधी कानून वापस नहीं लिए जाते और MSP की गारंटी देने वाला केंद्रीय कानून न बनता, हम तब तक संघर्ष करते रहेंगे।
कहां-कहां पड़ा असर?
किसानों के भारत बंद का रेलवे, हाईवे और मेट्रो सेवा पर खासा असर पड़ा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों में इसका ज्यादा असर रहा है। महाराष्ट्र में भी कई किसान संगठनों ने बंद का समर्थन किया। बंंद की वजह से राजधानी दिल्ली और आसपास के तमाम हाईवे पर भीषण जाम लगा। बंद के दौरान हिंसा या शांति-भंग की कोई खबर नहींं मिली है।