संयुक्त राष्ट्र (United Nation) में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) की पोल खोली है। राइट टू रिप्लाई अधिकार का इस्तेमाल कर यूएन में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर ए अमरनाथ (A. Amarnath) ने पाक को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि आप यहां शांति और सुरक्षा की बात कर रहे हैं। वह आपके प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) वैश्विक आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद बताते हैं।
बहुपक्षीय मंचों पर झूठ फैलाने का प्रयास
भारत की पहली समिति (निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों) पर जनरल डिबेट में अमरनाथ ने कहा कि वैश्विक आतंकवाद के में पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों के बिना परवाह किए अपने पड़ोसियों के खिलाफ बॉर्डर पार आतंकवाद में शामिल रहा है। पाक का बहुपक्षीय मंचों पर झूठ फैलाने का प्रयास सामूहिक अवमानना हैं।
यह समान रूप से बड़ा खतरा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र में बिना नाम लिए पाकिस्तान को आढ़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था, ‘प्रतिगामी सोच वाले देश आतंकवाद का राजनीतिक औजार के रूप में प्रयोग कर रहे हैं।’ उन्हें समझना चाहिए कि उनके लिए यह समान रूप से बड़ा खतरा है। पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया प्रतिगामी सोच के बढ़ते खतरे और चरमपंथ का सामना कर रहा है। ऐसी स्थिति में विश्व को विकास के लिए विज्ञान, तार्किक और प्रगतिशील सोच को आधार बनाना होगा।
अल्पसंख्यकों पर बर्बरता जारी
संयुक्त राष्ट्र महासभा की 76वीं सालाना बैठक में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) ने पाकिस्तान की क्लास लगा दी थी। उन्होंने कहा था कि पाक में आम लोगों और अल्पसंख्यकों पर बर्बरता जारी है। लेकिन वे भारत के खिलाफ गलत बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सुनते आ रहे हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार है। यह वह देश है जिसने खुद आग लगाई है।