रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में व्यवस्था देखकर नाराजगी जताई। वहीं, स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए। बताया जाता है कि अस्पताल प्रबंधन को स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण की जानकारी नही मिली थी। स्वास्थ्य मंत्री को अचानक अस्पताल मंे देखकर प्रबंधन समेत कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई।
इस बीच कई कर्मचारी ड्यूटी के गायब मिले। ओपीडी में चिकित्सकों के समय पर ना मिलने की शिकायतों के बीच उन्होंने व्यवस्था देखी। और सुबह नौ से शाम चार बजे तक ओपीडी को अनिवार्य करने के निर्देश दिए। निरीक्ष के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अधिकारियों से कहा कि जिला अस्पताल को मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जाना है।
इसके लिए जो भी खामियां हैं। उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने दवा स्टोर, हमर लैब, माइक्रोबायोलाजी विभाग के कामकाज को परखा। मरीजों के लिए आवश्यक मात्रा में दवाइयां भंडारण के निर्देश दिए।
किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस यूनिट स्थापित
सीएमएचओ डा. मीरा बघेल ने बताया कि कोविड के चलते अस्पताल के कई वार्डों को कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखा गया था। वर्तमान में अब इन वार्डों में भी मरीजों का इलाज सुव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है। किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस यूनिट स्थापित हो चुकी है।
मोहल्ला क्लीनिक से दबाव होगा कम
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि आम लोगों को बेहतर स्वस्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शहर के मोहल्लों में हमर क्लीनिक के नाम से अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना की जाएगी। अस्पतालों के स्थापित होने से जिला चिकित्सालय में ओपीडी की संख्या में कमी आएगी।