गुजरात / पांच सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) को जल्द ही बड़ा झटका लग सकता है. आम आदमी पार्टी के पांच विजयी उम्मीदवारों में से एक सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि आप के नवनिर्वाचित विधायक भूपत भाई भयानी (Bhupat Bhayani) ने बीजेपी का समर्थन करने का फैसला किया है और जल्द ही वे बीजेपी में शामिल भी हो सकते हैं. इस पर अब भूपत भयानी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
आप विधायक भूपत भयानी ने रविवार (11 दिसंबर) कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों, अपने समर्थकों और किसानों से मुलाकात के बाद बीजेपी में शामिल होने पर फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे क्षेत्र की जनता कहेगी तो मैं बीजेपी से जुड़ जाऊंगा. मैं बचपन से आरएसएस का स्वयंसेवक हूं. मेरी विचारधारा आप समझ सकते हैं. आरएसएस अच्छा संगठन है.
पीएम मोदी और आरएसएस की तारीफ की
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए भूपत भयानी ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी को पसंद करता हूं. वे देश का गौरव हैं. पीएम मोदी पर सभी गुजरातियों को गर्व है. मुझे भी गर्व है. गुजरात चुनाव में बीजेपी की जीत पर उन्होंने कहा कि मैं इस जनादेश का सम्मान करता हूं, ये ऐतिहासिक जनादेश है. मैं पहले बीजेपी में ही था और बीजेपी मेरा परिवार रहा है. अभी तक मैं आप में ही हूं, मैंने बीजेपी ज्वाइन नहीं की है.
भूपत भयानी ने कहा कि पूर्व सीएम विजय रुपाणी मुझे बेटे की तरह मानते हैं. सरकार से जुड़ने के पीछे की वजह विजय रुपाणी हैं. सरकार से इसलिए जुड़ना चाहता हूं ताकि अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान कर सकें. अगर मेरी कनेक्टिविटी सरकार के साथ नहीं होगी तो मैं कैसे काम करूंगा. विजय रुपाणी जी से पारिवारिक संबंध हैं. वे हमारे पास के गांव के हैं.
विसावदर सीट से चुने गए विधायक
भूपत भयानी ने हाल ही में संपन्न राज्य विधानसभा चुनावों में जूनागढ़ जिले के विसावदर निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार को हराया था. भयानी अगर बीजेपी में शामिल होते हैं तो राज्य विधानसभा में बीजेपी की संख्या बढ़कर 157 हो जाएगी. अन्य चार आप विधायक भी कथित तौर पर बीजेपी के संपर्क में हैं. राज्य विधानसभा के लिए चुने गए सभी निर्दलीय उम्मीदवार भी पहले बीजेपी के साथ रहे हैं.
बीजेपी ने जीती हैं 156 सीटें
गुजरात के चुनाव के नतीजे गुरुवार (8 दिसंबर) को जारी किए गए थे जिसमें 182 सीटों में से बीजेपी ने 156, कांग्रेस ने 17 और आप ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. उनका शपथ ग्रहण समारोह 12 दिसंबर को होगा.