दुर्ग। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारटी अधिनियम के तहत आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत ग्राम पंचायत छाटा जनपद पंचायत पाटन एवंधरमपुरा ग्राम पंचायत बरहापुर जनपद पंचायत धमधामें निकाली गई गांव में अमृत सरावेर के निर्माण एवं नवीनीकरण के उदेश्य से ग्रामीण को अवगत कराने तथा जल सरंक्षण एवं जल संवर्धन के प्रति जागरूकता लाने के लिए ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों के द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई इस दौरान ग्रामीणों के साथ समूह चर्चा, बैठक भी की गयी।
गौरतलब अमृत सरोवर योजना जल संकट को दूर करने में काफी मददगार साबित होगी। इस योजना के तहत अनेक तालाबों का निर्माण किया जाएगा, जो भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने में में काफी बड़ी भूमिका निभाएंगे। अमृत सरोवर योजना के सफल होने अमृत सरोवर अमृत सरोवर योजना के तहत बने तालाब काफी आकर्षक पर्यटन गंतव्य बनेंगे जिससे पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ोतरी संभव है।
जिले में निर्माण कार्य कुल 84 अमृत सरोवर स्वीकृत राशि 988.50 लाख किये गये है। जिसमें महात्मा गांधी नरेगा से 786.50 लाख और डी एम एफ से 202.00 लाख राशि की स्वीकृत हैं जिसका तालाबों का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा संभवता ये सभी कार्य अगस्त तक पूर्ण किया जा सकेगा इस योजना के माध्यम से भूमिगत जल स्तर में काफी सुधार होगा जिससे पीने के लिए पानी सिंचाई इत्यादि के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था हमेशा बनी रहेगी। अमृत सरोवर योजना के तहत निर्मित तालाबों द्वारा पशु-पक्षियों, जलीय-जीवो इत्यादि के लिए की पानी की समस्या खत्म होगी।
सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन ने सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत को निर्देश दिये गये है कि मिशन अमृत सरोवर के तहत इसके उदेश्य से ग्रामीणां को अवगत कराने के लिए तथा जल सरंक्षण एवं जल संवर्धन संबंधी जागरूकता लाने लिए जनवरी से 15 अगसत तक सूचना शिक्षा एवं संचार के तहत विभिन्न गतिविधि दीवार लेखन, बेनर फलेक्स पोस्टर प्रदर्शन माईक से घोषणाएं, उपयोगकर्ता समूह की बैठके, स्व-सहायता समूह द्वारा डोर टू डोर सम्पर्क अभियान रैली एवं अमृत सरोवर में वृक्षारोपण अभियान चला कर जागरूकता किया जाना है।
अमृत सरोवर के निर्माण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। वह तालाब में मछली पालन, मखाने की खेती एवं पर्याप्त सिंचाई व्यवस्था होने से खाद्यान्न का अधिक उत्पादन करके खुद को समृद्ध बना सकेंगे तथा गांव का आर्थिक विकास में सहयोग भी करेंगे।
