शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जोशीमठ शहर को फिर से मास्टर प्लान के तहत बसाया जाएगा. इसके लिए कार्यदायी संस्था REPL को अहम जिम्मेदारी दी गई है.
आपदा से घिरे जोशीमठ (Joshimath) शहर पर इन दिनों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. एक तरफ लोगों के घर हर पल के साथ दरक रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मौसम (Joshimath Weather) की मार ने लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है. इस बीच जोशीमठ को लेकर प्रदेश सरकार और प्रशासन भी तेजी से काम कर रहा है. जोशीमठ को लेकर अब फिर से मास्टर प्लान (Master Plan) के तहत बसाने की तैयारी की जा रही है. शहरी आवास विभाग ने जोशीमठ को मास्टर प्लान के तहत बसाने की तैयारी शुरू कर दी है.
जोशीमठ को फिर से बसाने के लिए आज देहरादून में शहरी विकास और आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की. जोशीमठ को नए शहर के रूप में बसाने के लिए शहरी विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक के बाद जानकारी दी कि जोशीमठ शहर को एक बार फिर से मास्टर प्लान के तहत बसाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जोशीमठ और आसपास के महत्वपूर्ण शहरों के मास्टर प्लान को प्राथमिकता से देखते हुए कार्यदायी संस्था REPL को तत्काल इस पर कार्यवाही करने का फैसला लिया है.
जोशीमठ को फिर से बसाने का मास्टरप्लान
कैबीनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया चमोली जिले के मास्टर प्लान को लेकर REPL संस्था को जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने बताया कि इस एजेंसी को जल्द बुलाया गया है और अभी जोशीमठ में चल रहे तमाम टेक्निकल इन्वेस्टीगेशन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए काम करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं इसके अलावा पूरे प्रदेश भर में पहाड़ी जनपदों के शहरों में मास्टर प्लान को लेकर कार्रवाई चल रही है.सरकार द्वारा केयरिंग कैपेसिटी को लेकर लिए गए फैसले को भी अमल में लाते हुए केयरिंग कैपेसिटी के सर्वे पर भी काम किया जा रहा है.
