जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों पर कोई असर नहीं हुआ है। वे भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) के बृजभूषण शरण सिंह और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के पदाधिकारियों पर लिए गए एक्शन से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं। शायद यही वजह है कि अनुराग ठाकुर की अपील के अगले दिन यानी 15 मई 2023 को विनेश फोगाट ने जंतर-मंतर से हुंकार भरी। उन्होंने ऐलान किया कि पहलवान अब अपने प्रदर्शन का दायरा बढाएंगे, क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश की जा रही है और जंतर-मंतर पर जहां पहलवान धरना दे रहे हैं, उतने क्षेत्र को जेल में तब्दील करने की कोशिश हो रही है।
विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाले पहली भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘हम सिर्फ प्रोटेस्ट साइड (जंतर मंतर) पर ही बैठकर प्रदर्शन को आगे नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि हम जंतर मंतर से बाहर जाकर भी आंदोलन को बढ़ाने का काम करेंगे, क्योंकि हमें ऐसा महसूस होता है कि हमारा जो यह प्रदर्शन है इसको बिल्कुल भीचने (दबाने) का काम किया जा रहा है, बिल्कुल जेल में तब्दील करने की कोशिश की जा रही है।’
सिर्फ कुश्ती की महिलाओं नहीं, हर पीड़ित महिला के लिए है प्रदर्शन
विनेश फोगाट ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘…तो हम इसको जितना ओपनली जाकर हर व्यक्ति तक पहुंचाना चाहते हैं, क्योंकि यह देश की बेटियों की लड़ाई है। यह सिर्फ कुश्ती और सिर्फ कुश्ती की महिला खिलाड़ियों की बात नहीं है। यह हर उस स्पोर्ट्सपर्सन की आवाज है, यह हर उस महिला की आवाज है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम करती हैं और उनके साथ शोषण होता है, लेकिन वह अपनी आवाज उठा नहीं पाईं।’
विनेश फोगाट ने बताया कि 15 मई को सभी पहलवान कनॉट प्लेस में जाएंगे और सबके सामने अपनी बातें रखेंगे। विनेश फोगाट ने कहा, ‘हम लोगों को बताएंगे कि हमारे साथ क्या और कैसे हो रहा है। हम उनसे अपील करेंगे कि आप इस न्याय की लड़ाई में हमारा साथ दीजिए।’