केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला किया. उन्होंने सोमवार (27 नवंबर) को कहा कि केसीआर और ओवैसी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए कोई काम नहीं किया.
तेलंगाना के हुजूराबाद में चुनावी रैली करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘‘ओवैसी के डर से उन्होंने (केसीआर) अल्पसंख्यकों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया और हम चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे. इसका लाभ ओबीसी, एससी और एसटी को देंगे. ’’ उन्होंने दावा किया कि कोई नहीं चाहता कि केसीआर फिर से सत्ता में वापसी करें.
क्या वादा किया?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने वादा किया कि बीजेपी सत्ता में आई तो पिछड़े वर्ग से आने वाला शख्स मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. शाह ने कहा, ‘‘बीआरएस को वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) देने का समय आ गया है और उनके वाहन (बीआरएस के चुनाव चिह्न कार) को गैरेज में भेजने का समय आ गया है. ’’
शाह ने कहा कि कांग्रेस, बीआरएस और एआईएमआईएम वंशवादी पार्टियां हैं और आरोप लगाया कि ये तीनों पार्टियां भ्रष्टाचार में विश्वास करती हैं. इन्हें वोट देने का मतलब भ्रष्टाचार को वोट देना है. उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर 17 सितंबर को, जिस दिन हैदराबाद रियासत का 1948 में भारतीय संघ में विलय हुआ था, ‘‘ओवैसी के डर से’’ हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में नहीं मनाते हैं.
शाह ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस और कांग्रेस के बीच केसीआर को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए एक सौदा हुआ है और केसीआर बाद में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने में मदद करेंगे. शाह ने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री का पद खाली नहीं है. 2024 में भी modi प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.’’
बता दें कि तेलंगाना में वोटिंग 30 नवंबर को होनी है.