• +91 99935 90905
  • amulybharat.in@gmail.com
जरा हट के और भी
सेहतनामा- प्रेग्नेंसी में शुगर बढ़ना बच्चे के लिए खतरनाक
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 23 मार्च 2025,  09:00 AM IST
  • 113
सेहतनामा- प्रेग्नेंसी में शुगर बढ़ना बच्चे के लिए खतरनाक:मोटापा और डायबिटीज का जोखिम, डॉक्टर से जानें- क्यों और कैसे कंट्रोल करें शुगर

क्या आपको पता है कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको डायबिटीज होती है तो आगे चलकर आपके बच्चे को मोटापे का खतरा 52% तक बढ़ जाता है। ये आंकड़ा साइंटिफिक जर्नल पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस (PLOS) में पब्लिश एक स्टडी में सामने आया है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, इन बच्चों को भविष्य में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 40% तक बढ़ जाता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली डायबिटीज को जेस्टेशनल डायबिटीज कहते हैं। अगर आप पहले कभी डायबिटिक नहीं थीं और सिर्फ प्रेग्नेंसी के समय ही आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा तो भी अब आपके बच्चे को इस बीमारी का रिस्क दूसरे बच्चों के मुकाबले कहीं ज्यादा है।

क्या प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज होने पर डॉक्टर ने ये बात आपको बताई थी? बहुत संभव है कि उन्होंने कहा होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड शुगर लेवल या ब्लड प्रेशर बढ़ना आम है। यह डिलीवरी के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाता है। उन्होंने ये नहीं बताया होगा कि यह कंडीशन आपके बच्चे को भविष्य में बीमार कर सकती है।

इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में जेस्टेशनल डायबिटीज से बच्चों पर हो रहे असर की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-

  • दुनिया में जेस्टेशनल डायबिटीज के आंकड़े क्या हैं?
  • बच्चों में डायबिटीज और मोटापे का जोखिम क्यों बढ़ता है?
  • जेस्टेशनल डायबिटीज का जोखिम कैसे कम कर सकते हैं?

14.7% प्रेग्नेंट महिलाओं को होती जेस्टेशनल डायबिटीज

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में 14.7% महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज यानी जेस्टेशनल डायबिटीज होती है। जबकि भारत में हर साल लगभग 50 लाख महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज होती है।

जेस्टेशनल डायबिटीज से बच्चों में बढ़ता मोटापा

डॉ. हिमानी शर्मा के मुताबिक, मां का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से बच्चे को गर्भ में जरूरत से ज्यादा शुगर मिलती है। इससे उनका शरीर इसे जन्म से पहले ही स्टोर करना सीख जाता है। इसका सीधा असर बच्चे के दिमाग, मेटाबॉलिज्म और वजन पर पड़ता है। यही कारण है कि भविष्य में इन बच्चों को मोटापा और दूसरी लाइफस्टाइल, डिजीज अन्य बच्चों के मुकाबले ज्यादा होती हैं।

RO. NO 13220/ 70

RO. NO 13220/ 70

Add Comment


Add Comment

RO. NO 13220/ 70
98404082025022451whatsappimage2025-08-04at07.53.55_42b36cfa.jpg
RO. NO 13220/ 70
98404082025022451whatsappimage2025-08-04at07.53.55_42b36cfa.jpg





ताज़ा समाचार और भी
Get Newspresso, our morning newsletter