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विद्युत संयंत्र में ‘गुड़ घोटाला’! 160 कर्मचारियों पर 400 के नाम से हो रहा वितरण
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 1 जून 2025,  02:22 PM IST
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विद्युत संयंत्र में ‘गुड़ घोटाला’! 160 कर्मचारियों पर 400 के नाम से हो रहा वितरण

कोरबा के ताप विद्युत संयंत्र में ‘गुड़ घोटाला’! 160 कर्मचारियों पर 400 के नाम से हो रहा वितरण, अधिकारी भी कर रहे मनमानी

 

 *खबर: ज्वाला एक्सप्रेस न्यूज* 

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह (डीएसपीएम) से एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है। यहां तकनीकी कर्मचारियों को स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रतिदिन 100 ग्राम गुड़ वितरित करने के आदेश के बावजूद, वास्तविकता में गुड़ वितरण के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।

 

दरअसल, संयंत्र में वर्तमान में मात्र 160 तकनीकी कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन दस्तावेजों में 400 कर्मचारियों को गुड़ वितरण दर्शाया जा रहा है। यह सवाल उठता है कि अतिरिक्त 240 कर्मचारी कौन हैं और वे गुड़ कैसे और कहां से प्राप्त कर रहे हैं। इस पर संयंत्र के अधिकारियों ने अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है।

 

गौरतलब है कि 14 मई 2003 को जारी एक आदेश के अनुसार, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल के तीनों संयंत्रों में कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के तकनीकी कर्मचारियों को कोयला और राखड़ से होने वाले प्रदूषण से स्वास्थ्य रक्षा हेतु रोजाना 100 ग्राम गुड़ अनिवार्य रूप से वितरित किया जाना था।

 

परंतु राज्य विद्युत मंडल के विद्युत कंपनी में तब्दील होने के बाद, गुड़ से परहेज करने वाले प्रथम श्रेणी के अधिकारी भी अब बगैर किसी आदेश के गुड़ का उपभोग कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि अधिकारियों को गुड़ से नहीं, लेकिन गुलगुले से प्रेम है।

छत्तीसगढ़ विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन-एक के महासचिव आरसी चेट्टी ने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत डीएसपीएम संयंत्र में गुड़ वितरण से जुड़ी जानकारी मांगी थी। RTI के जवाब में खर्च, मात्रा और लाभान्वित कर्मचारियों की सूची से यह ‘गुड़ घोटाला’ उजागर हुआ।

अब सवाल यह उठ रहा है कि जो गुड़ स्वास्थ्य लाभ के नाम पर कर्मचारियों के लिए निर्धारित था, वह आखिर किसके थाल में जा रहा है? इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग तेज हो रही है।


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