• +91 99935 90905
  • amulybharat.in@gmail.com
देश विदेश और भी
अमेरिका में शटडाउन का खतरा:विपक्ष नहीं माना तो कल रात से ठप होगा सारा काम, जबरन छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं 9 लाख कर्मचारी
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 30 सितम्बर 2025,  10:43 PM IST
  • 87
अमेरिका में शटडाउन का खतरा:विपक्ष नहीं माना तो कल रात से ठप होगा सारा काम, जबरन छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं 9 लाख कर्मचारी

अमेरिका में मंगलवार रात फंडिंग बिल पर वोटिंग होनी है। अगर बुधवार रात 12 बजे तक ये बिल पास नहीं हुआ तो ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में पहली बार सरकारी फंडिंग रुक जाएगी। इसे 'गवर्नमेंट शटडाउन' कहते हैं।

दरअसल अमेरिका के दोनों प्रमुख दल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन में ओबामा हेल्थ केयर सब्सिडी प्रोग्राम को लेकर ठन गई है। इससे सरकारी काम-काज के ठप होने और 9 लाख कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजने का खतरा बढ़ गया है।

डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि हेल्थ केयर (स्वास्थ्य बीमा) की सब्सिडी बढ़ाई जाए। रिपब्लिकन को डर है कि अगर सब्सिडी बढ़ाई गई तो सरकार को खर्च करने के लिए और पैसे की जरूरत पड़ेगी, जिससे बाकी सरकारी काम प्रभावित होंगे।

शटडाउन रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प और डेमोक्रेटिक नेताओं ने सोमवार को व्हाइट हाउस में बैठक की थी लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला।

विपक्षी डेमोक्रेट सांसद हकीम जेफ्रीस (बाएं) और चक शूमर (दाएं) सोमवार को राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बैठक के बाद व्हाइट हाउस से बाहर आते हुए।

विपक्षी डेमोक्रेट सांसद हकीम जेफ्रीस (बाएं) और चक शूमर (दाएं) सोमवार को राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बैठक के बाद व्हाइट हाउस से बाहर आते हुए।

अमेरिका में खर्च का सीजन 1 अक्टूबर से शुरू

अमेरिका का फिस्कल ईयर यानी खर्च का साल 1 अक्टूबर से शुरू होता है। यह एक तरह से सरकार का आर्थिक साल होता है, जिसमें वह अपना पैसा खर्च करने और बजट बनाने की योजना बनाती है।

इस दौरान सरकार तय करती है कि कहां पैसा लगाना है, जैसे सेना, स्वास्थ्य या शिक्षा में। अगर इस तारीख तक नया बजट पास नहीं होता, तो सरकार बंद हो सकती है। यही वजह है कि फंडिंग बिल के पास होने पर इतना जोर दिया जा रहा है।

RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37
RO. NO 13404/ 37

RO. NO 13404/ 37

Add Comment


Add Comment

629151020250338041002855468.jpg
RO. NO 13404/ 37
74809102025230106banner_1.jpg
RO. NO 13404/ 37
98404082025022451whatsappimage2025-08-04at07.53.55_42b36cfa.jpg
RO. NO 13404/ 37
74809102025230106banner_1.jpg
RO. NO 13404/ 37
98404082025022451whatsappimage2025-08-04at07.53.55_42b36cfa.jpg





ताज़ा समाचार और भी
Get Newspresso, our morning newsletter