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पुलिस की पकड़ से दूर परियोजना अधिकारी: 10 लाख की ठगी, और भी पीड़ित सामने आने की आशंका
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 2 अक्टूबर 2025,  11:19 AM IST
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पुलिस की पकड़ से दूर परियोजना अधिकारी: 10 लाख की ठगी, और भी पीड़ित सामने आने की आशंका

दुर्ग। महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ जिला परियोजना अधिकारी रचिता नायडू पर नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज हुआ है। आरोप है कि उन्होंने युवती को जिला बाल संरक्षण अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उसकी मां के सोने के गहने गिरवी रखवाकर लाखों रुपए ले लिए। लेकिन वादे के मुताबिक नौकरी नहीं दिलाई और शिकायत करने पर पीड़िता को धमकाने तक लगी।

पीड़िता श्वेता जांगिड (24 वर्ष), निवासी मठपारा, दुर्ग ने रिपोर्ट में बताया कि रचिता नायडू ने घरेलू संबंधों का फायदा उठाया। पहले 5 लाख और बाद में 5 लाख और लेकर कुल 10 लाख रुपए ऐंठ लिए। लेकिन जुलाई में जारी इंटरव्यू लिस्ट में उसका नाम नहीं था। जब श्वेता ने सवाल उठाए तो आरोपी ने नंबर ब्लॉक कर दिया और रायपुर के कथित पुलिस अधिकारी का नाम लेकर धमकी दी कि शिकायत करने पर जेल भेज दिया जाएगा।

 

पुलिस की सुस्ती और गुप्त ठिकाने का संदेह

मामला दर्ज होने के बावजूद आरोपी रचिता नायडू और उसके सहयोगी दिनेश राय अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। सूत्रों का कहना है कि आरोपी लगातार ठिकाना बदल रही है और पुलिस उसके गुप्त ठिकानों तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है।

 

और भी पीड़ित हो सकते हैं सामने

पुलिस जांच के दौरान इस बात की आशंका जताई जा रही है कि रचिता नायडू ने इसी तरह और भी युवाओं व परिवारों को नौकरी का लालच देकर ठगा हो सकता है। कई पीड़ित सामने आने की तैयारी में हैं।

 

सवालों के घेरे में पुलिस

तेज़तर्रार कार्रवाई का दावा करने वाली पुलिस इस मामले में अब तक गिरफ्तारी नहीं कर सकी, जिससे उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। एक ओर युवती और उसका परिवार न्याय की गुहार लगा रहे हैं, दूसरी ओर आरोपी खुलेआम घूम रही है।

 अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक आरोपी को गिरफ्तार कर पीड़ित को न्याय दिलाती है और क्या विभागीय स्तर पर भी इस बड़े घोटाले की जांच शुरू की जाएगी।

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