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“यदि आपका निश्चय दृढ़ और भावनाएं शुद्ध हैं, तो सफलता निश्चित है ”
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 12 नवम्बर 2025,  07:31 PM IST
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“यदि आपका निश्चय दृढ़ और भावनाएं शुद्ध हैं, तो सफलता निश्चित है ”

बघेरा स्थित ब्रह्माकुमारीज के “आनंद सरोवर” में दिव्य आध्यात्मिक समागम का आयोजन
दुर्ग। 
बघेरा स्थित ब्रह्माकुमारीज के “आनंद सरोवर” में दिव्य आध्यात्मिक समागम का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश से पधारीं दिव्य आत्माओं के आगमन से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया। इस अवसर पर अहमदाबाद के शाही बाग स्थित सर्च लाइट सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी विजया दीदी, उनके साथ धनवंती बहन, लता बहन (कनाडा, टोरंटो), नेहा बहन (मुंबई) एवं कन्नू भाई विशेष रूप से उपस्थित रहे।
विजया दीदी, जो पिछले 53 वर्षों से समर्पित रूप से सेवा कार्य कर रही हैं, ने अपने प्रवचन में कहा कि “महान आत्माओं का संग मिलना अत्यंत सौभाग्य की बात है।” उन्होंने कहा कि दुर्ग के भाई-बहनों को इंदौर जोन के पूर्व जोनल डायरेक्टर ब्रह्माकुमार आत्म प्रकाश भाई एवं ब्रह्माकुमारी कमला दीदी का सानिध्य प्राप्त होना उनके पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों का परिणाम है।

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दीदी ने “आनंद सरोवर” की पवित्रता और शांति के वातावरण की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थल माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय की अनुभूति कराता है, जो यहाँ के सेवाधारियों की तपस्या और निष्ठा का परिणाम है।
अपने जीवन के प्रेरक प्रसंग साझा करते हुए उन्होंने बताया कि उनके लौकिक माता-पिता ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़े हुए थे। उनके पिता सिविल इंजीनियर थे और उन्होंने मुख्यालय के निर्माण कार्य में अमूल्य योगदान दिया था। दीदी ने कहा कि उन्हें धार्मिक संस्कार और आध्यात्मिकता विरासत में मिली। मात्र चार वर्ष की आयु में उन्होंने संपूर्ण गीता कंठस्थ कर ली थी।
उन्होंने बताया कि बचपन में उनके मन में ईश्वर के प्रति अनेक प्रश्न उठते थे, जिनका समाधान उन्हें पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी से मिला। दीदी ने यह भी साझा किया कि उन्हें संस्थापक ब्रह्मा बाबा से मिलने का सौभाग्य चार वर्ष की आयु में मिला था। उन्होंने कहा कि “ब्रह्मा बाबा का व्यक्तित्व अद्भुत था — वे बुजुर्गों से बुजुर्गों जैसे और बच्चों से बच्चों जैसे मिलते थे। उनका चुंबकीय व्यक्तित्व आज भी प्रेरणा देता है।”

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दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “यदि आपका निश्चय दृढ़ और भावनाएं शुद्ध हैं, तो सफलता निश्चित है।”
कार्यक्रम में आए अन्य भाई-बहनों ने भी अपने आध्यात्मिक अनुभव साझा किए। वहीं, कुमारी धारनी, कुमारी वेनु एवं कुमारी मीनू ने आकर्षक स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी रूपाली बहन जी ने किया, जबकि क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु भाई-बहन उपस्थित रहकर इस दिव्य संगम का लाभ उठाया।

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