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संभाग आयुक्त सत्यनारायण राठौर एवं कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने किया धान केंद्रों का निरीक्षण
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 14 नवम्बर 2024,  07:01 PM IST
तौल मशीन की पूजा अर्चना कर संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने किया धान खरीदी का शुभारंभ -श्रीफल भेंट कर संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने किया किसानों का स्वागत -पहले दिन जिले के 102 उपार्जन केंद्रों में से 88 केंद्रों में 60 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई

दुर्ग।  छत्तीसगढ़ में किसानों का पर्व याने धान खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जिले के धान खरीदी केंद्रों में व्यवस्था अपग्रेड कर किसानों को सुविधा देने उन्नत तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। संभाग आयुक्त सत्यनारायण राठौर एवं कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। करंजा भिलाई स्थित सेवा सहकारी समिति मर्यादित करंजा के ननकट्ठी शाखा में उन्होंने तौल मशीन की पूजा अर्चना कर धान खरीदी का शुभारंभ किया। उपार्जन केंद्र करंजा भिलाई में संभागायुक्त श्री राठौर एवं कलेक्टर सुश्री चौधरी ने किसानों की मौजूदगी में निर्धारित समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का शुभारंभ किया। उन्होंने टोकन प्राप्त 4 किसानों से 288 क्विंटल धान खरीद कर धान खरीदी की शुरुवात की। सर्वप्रथम किसान भोला साहू ने धान बेचने की कार्यवाही की। संभागायुक्त श्री राठौर एवं कलेक्टर सुश्री चौधरी ने श्रीफल भेंट कर किया किसानों का स्वागत किया। इसके अलावा ग्राम पंचायत करंजा, समुदा, जिंजरी तथा बासिन 4 ग्राम पंचायत के 10 किसानों ने धान बेचा। इसी प्रकार कोड़िया ग्राम पंचायत में स्थित सहकारी समिति में 15 किसानों के माध्यम से 903.60 क्विंटल धान बेचा गया। 

        पहले दिन जिले के 88 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की शुरुवात की गयी। उक्त केन्द्रों में टोकन प्राप्त 1206 किसानों से 60 हजार क्विंटल धान खरीदी की गयी। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 14 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक खरीदी की जाएगी। छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की गई है। जिले में 87 सहकारी समितियों के 102 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से खरीफ वर्ष 2024-25 में पंजीकृत 1,14,651 किसानों से अनुमानित 6,48,484 मे. टन धान का उपार्जन किया जाएगा। विगत वर्ष 1,05,778 किसानों से 5,87,369 मे. टन धान उपार्जन किया गया था। धान खरीदी के लिए लघु व सीमांत किसानों को अधिकतम दो टोकन व बड़े किसानों को तीन टोकन की पात्रता है। इसके साथ ही खरीदी में पारदर्शिता लाने के लिए इलेक्ट्रानिक तराजू से ही तौल किया जा रहा है। समितियों में किसानों की सुविधा के लिए माइक्रो एटीएम की व्यवस्था की गई है। साथ ही बैंकों में होने वाली अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए किसानों के बैंक एटीएम की लिमिट को 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार किया गया है।

सभी सोसाइटीज में माइक्रो एटीएम की सुविधा भी दी जा रही है जिससे 10 हजार तक का आहरण किया जा सकता है। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में आयेगी। धान उपार्जन केंद्रों में किसानों को कोई परेशानी, असुविधा ना हो इसका ख्याल रखा गया है। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने निरीक्षण के दौरान जिला सहकारी बैंक के अधिकारी को राज्य शासन द्वारा निर्धारित धान खरीदी की दर से किसानों को भुगतान किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एडीएम अरविंद एक्का, एसडीएम हरिवंश सिंह मिरी, अपर कलेक्टर मुकेश रावटे, प्रभारी खाद्य नियंत्रक टी.एस. अत्रि, जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी गण मौजूद थे।


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