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दुर्ग - भिलाई और भी
समाज सुधार एवं संस्कृति की संरक्षण हेतु जैन संवेदना ट्रस्ट द्वारा जागरूकता की अपील
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 18 नवम्बर 2024,  04:24 PM IST

जैन समाज ने सादगीपूर्ण विवाह के लिए जारी की गाईड लाइन - जैन संवेदना ट्रस्ट में हुआ निर्णय

आडम्बर रहित सामुहिक विवाह व कन्या विवाह हेतु प्रयास व जागरूकता अभियान

भव्य लेडीज़ संगीत , डी जे पार्टी , पुल पार्टी , प्री वैडिंग शूट का निषेध व हतोत्साहित करने प्रयास

दुर्ग। छत्तीसगढ़ जैन युवा प्रकोष्ठ को सामाजिक उत्थान की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देते हुए जैन संवेदना ट्रस्ट रायपुर के संयोजक विजय चोपड़ा ने कहा कि आज हम अपनी संस्कृति को भूलकर, मर्यादा से परे पश्चिमी सभ्यता का अनुसरण करते हुए शादी समारोह का आयोजन करते हैं,, जिसमें लाखों रुपए का अर्थहीन अपव्यय होता है! देखा देखी की दौर में हजारों परिवार न चाहते हुए भी अंधानुकरण के शिकार होकर कर्ज तले दब जाते हैं, यह स्थिति लगभग आज सभी जगहो पर देखने में आता है।
जैन समाज के वर्तमान परिवेश में इन दिनों विवाह समारोह में हो रही अत्यधिक खर्च व फिजूलखर्ची को रोकने के लिए जैन संवेदना ट्रस्ट ने जैन समाज के लिये आडम्बर रहित विवाह उत्सव की गाईड लाईन तैयार की है जिसे सकल जैन समाज ने हाथोंहाथ लिया है । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि समाज के मध्यम वर्ग को शादियों में होने वाले अत्यधिक खर्च को बचाने के लिए एवं उन्हें कर्ज रहित जीवन यापन के उद्देश्य से सादगीपूर्ण विवाह उत्सव गाईड लाईन बनाई गई है । गाईड लाईन के तहत केवल एक दिन में विवाह की सारी रश्में यथा माया स्थापना , हाथकाम , बीरा मायरा , पलड़ा , संघपूजा , नकासी , पाणिग्रहण , स्वागत समारोह व बिदाई आदि सम्पन्न करना है । सादगीपूर्ण जैन विवाह के अंतर्गत स्वरूची भोज में पानी सहित अधिकतम  35 व्यंजन रखे जा सकेंगे ,  रात्रि में रिशेप्सन निषेध होगा । मेहंदी व लेडीज संगीत के कार्यक्रम घरेलू माहौल में सम्पन्न होंगे व इस हेतु इवेन्ट वाले नही रखे जा सकेंगे । विवाह में वर व वधु पक्ष के मेहमानों की संख्या सीमित की गई है दोनों ओर से सौ सौ रिश्तेदार भाग ले सकते हैं । बारातियों की संख्या सीमित की गई है व बैठा ब्याह को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया है । प्री वेडिंग शूट पर प्रतिबंध लगाया गया है । विवाह पूर्व होने वाले बन्दोले भी नही करने का निर्णय लिया गया है । दूल्हे की बन्दोली भी दिन में निकाली जावेगी जिसमें बैंड बाजे वालों की संख्या सीमित की गई है तथा डी जे बैन किया गया है । थांबा व बारातियों को दिया जाने वाला उपहार प्रतिबंधित किया गया है । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि इस सादगीपूर्ण विवाह गाईड लाईन को सकल जैन समाज का भरपूर समर्थन मिल रहा है । वर्तमान में इसे रायपुर शहर में लागू किया गया है , शीघ्र ही इसे सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में विस्तारित किया जावेगा , इस हेतु छत्तीसगढ़ स्तरीय जैन समाज सम्मेलन की रूपरेखा तय की जा रही है! यह सम्मेलन जैन संवेदना ट्रस्ट द्वारा उव्वसग्गहरम तीर्थ , नगपुरा में किया जाना प्रस्तावित है । सादगीपूर्ण जैन विवाह के लिये जैन संवेदना ट्रस्ट के मार्गदर्शक व कार्यकर्ता जैन समाज में जागरूकता अभियान चलाकर संकल्प पत्र भराया जा रहा है । साथ ही ग्यारह जोड़ों के सादगीपूर्ण विवाह आयोजित करने संस्था प्रयासरत है । इस हेतु जोन आधारित टीम का गठन किया गया है । इस अभियान में समाज के युवा स्वस्फूर्त जुड़ रहे हैं।।


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