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दुर्ग - भिलाई और भी
देवांगन समाज में व्याप्त कुरीतियों, सामाजिक बुराइयों एवं पुराने रीति रिवाजों के निर्मूलन के लिए जागरुकता अभियान चलाने पर जोर
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 3 दिसम्बर 2024,  06:03 PM IST

हर वो कुरीति बंद होना चाहिए, जो समाज के विकास में बाधक हो। देवांगन समाज को आदर्श समाज बनाने हर संभव प्रयास किया जाएगा : घनश्याम देवांगन 
भिलाई। 
देवांगन जन कल्याण समिति भिलाई की प्रबंधकारिणी, कार्यकारिणी एवं विशेष आमंत्रित सदस्यों की आवश्यक बैठक परमेश्वरी भवन, प्रगति नगर, रिसाली में संपन्न हुई। बैठक में जहां अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर निर्णय लिया गया, वहीं समाज में व्याप्त कुरीतियों, सामाजिक बुराइयों, पुराने रीति रिवाजों एवं अंधश्रद्धा के उन्मूलन के लिए जागरुकता अभियान चलाने आदि पर जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने की। 
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष घनश्याम देवांगन ने कहा कि हर वो कुरीति एवं रीति रिवाज बंद होना चाहिए, जो समाज के विकास में बाधक हो। समाज के शिक्षित एवं समझदार वर्ग को इन कुरुतियों को दूर करने पहल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देवांगन समाज को आदर्श समाज बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। समाज की कुरीतियों एवं सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। 
बैठक में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के अनुसार विवाह में प्रिवेडिंग शूट बंद करने, सगाई एवं शादी समारोह में डीजे पर प्रतिबंध लगाने, शराब एवं नशाबंदी करने, शादी एवं मृत्यु संस्कार के अनावश्यक प्रथा, शो-बाजी एवं नेंग को बंद कर समाज द्वारा निर्धारित श्रेष्ठ एवं सादा संस्कार को अपनाने संबंधी अनेक निर्णय सर्वसम्मति से लिए गए। 
मृत्यु होने पर परिवार के अलावा अन्य लोगों द्वारा कफ़न का कपड़ा ओढ़ाने, गंगा यात्रियों को वस्त्र भेंट  करने, भोज में शाही पकवान परोसने जैसे अनेक परंपराओं को समाप्त करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसकी जगह आवश्यकतानुसार मृतक के परिवार को स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग राशि देने हेतु सहमति बनी। लड़का एवं लड़की में कोई भेदभाव नहीं करने एवं उनकी शिक्षा दीक्षा व परवरिश में समान अवसर उपलब्ध कराने का भी संकल्प किया गया।
कुछ अच्छी परंपराएं जिसकी शुरुआत समाज के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने स्वयं की है, जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता के निधन पर अन्य लोगों द्वारा कफ़न का कपड़ा ओढ़ाने, गंगा यात्रियों को वस्त्र भेंट करने, पगबंधी आदि पुरानी परंपराओं को बंद करने की पहल की। उनके द्वारा दशगात्र के दिन ही अपने पिता स्व. तुलाराम देवांगन की स्मृति में बालक छात्रवृत्ति एवं माता स्व. श्रीमती उर्मिला देवांगन की स्मृति में बालिका छात्रवृत्ति आरंभ की गई। जिसकी समाज में व्यापक सराहना हुई है। अब समाज के अन्य लोग भी इस तरह की सुधारवादी पहल को अपनाने लगे हैं।
बैठक में आगामी 2 फरवरी 2025 को "परमेश्वरी महोत्सव" मनाने, ईष्ट देवी माता परमेश्वरी की शोभायात्रा निकालने, सामाजिक पत्रिका "आवरण" के 28 वें अंक का प्रकाशन, युवक-युवती परिचय सम्मेलन, विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान, उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं का सम्मान, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित करने, परमेश्वरी उद्यान की भूमि की आबंटन प्रक्रिया में तेजी लाने, परमेश्वरी भवन का संधारण एवं साज-सज्जा कराने आदि निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया।
बैठक में समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन, सचिव विनोद देवांगन, कोषाध्यक्ष गजेन्द्र देवांगन, उपाध्यक्ष गण, त्रिलोक देवांगन, टेसू राम देवांगन, रेशमलाल देवांगन, श्रीमती कल्पना भानु देवांगन, दयाराम देवांगन, सहसचिव गण जीतेन्द्र बांकुरे, गोवर्धन देवांगन, भवन प्रभारी सत्यपाल देवांगन, प्रतिभा सम्मान प्रभारी संतोष देवांगन, सांस्कृतिक प्रभारी रामगोपाल देवांगन, पर्यटन प्रभारी जुगल किशोर देवांगन, मंगतूराम देवांगन, नंदकुमार देवांगन, मकरध्वज देवांगन, भागवत देवांगन आदि सहित कार्यकारिणी के सदस्य गण उपस्थित थे।
आभार प्रदर्शन सचिव विनोद देवांगन ने किया।


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