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सात साल की बच्ची को पानी भरे ड्रम में डुबाया
  • Written by - amulybharat.in
  • Last Updated: 27 सितम्बर 2025,  08:00 PM IST
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सात साल की बच्ची को पानी भरे ड्रम में डुबाया

पड़ोसियों की सजगता से बची बच्ची की जानय आरोपी बोला- मजाक कर रहा था, बस्ती के गुस्से का शिकार होने के बाद गिरफ्तार
कोरबा । 
मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घिनौनी वारदात कोरबा के सीतामणी क्षेत्र में सामने आई है। नशे में चूर एक वहशी युवक ने सारी हदें पार करते हुए घर के पास खेल रही सात साल की बच्ची को जबरदस्ती उठाकर पानी से भरे एक नीले ड्रम के अंदर धकेल दिया। माँ और पड़ोसी बच्ची ने किया मौत के मुँह से बाहर यह घटना किसी भयावह सपने से कम नहीं थी। बच्ची की जान केवल उसकी माँ और एक पड़ोसी बच्ची की सूझबूझ के कारण बच पाई।

जब बच्ची की माँ घर पर थीं, तभी एक पड़ोसी बच्ची दौड़कर आई और चीखकर बताया कि किसी ने उनकी बेटी को ड्रम में डाल दिया है। मां पहुंची और मचाया शोर माँ तुरंत मौके पर पहुँचीं और जोरदार शोर मचाया। उन्होंने तुरंत बच्ची को पानी भरे नीले ड्रम से बाहर निकाला, जिसके बाद मासूम की जान बच सकी। एक को सबक सिखाया लोगों ने,दो हो गए फरार इस जघन्य कृत्य को अंजाम देते समय आरोपी सूरज मांझी (21 वर्ष) के साथ दो अन्य युवक भी थे, जो हंगामा होते ही कायरता दिखाते हुए मौके से भाग निकले।

बच्ची के सुरक्षित बाहर निकलते ही बस्ती के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। उन्होंने आरोपी सूरज मांझी को दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई की। पुलिस पहुंची मौके पर,पकड़ा आरोपी लोगों के तीव्र आक्रोश को देखते हुए पुलिस को 112 पर सूचना दी गई। कोतवाली थाना पुलिस फौरन मौके पर पहुँची और आरोपी युवक को भीड़ के चंगुल से निकालकर हिरासत में लिया।मजाक की दी सफाई पुलिस पूछताछ के दौरान, सीतामणी निवासी आरोपी सूरज मांझी ने इस जघन्य अपराध को मजाक बताकर अपनी क्रूरता को छिपाने का प्रयास किया। उसने दावा किया कि वह माफी मांगता है।देर होती तो कुछ भी हो सकता था पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आरोपी घटना के वक्त नशे में धुत था। यदि परिजनों ने क्षण भर की भी देरी की होती, तो मासूम बच्ची की जान को गंभीर खतरा हो सकता था। कोतवाली थाना पुलिस ने इस आपराधिक कृत्य के लिए आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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